लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में तीन लोगों की जान ले चुके नेपाली हाथियों को बेहोश किए जाने की योजना टाल दी गई है. वजह यह है कि अब दोनों हाथियों ने घर वापसी का रास्ता पकड़ लिया है.
इसके बाद से बिगड़ैल हाथियों ने यहां डेरा जमा रखा था. सोमवार को दोनों नेपाली हाथी शंखा नदी पार कर शहर के करीब पहुंच गए थे. तब वन विभाग ने दुधवा से चार प्रशिक्षित हाथी मंगवाकर उन्हें ट्रैंक्यूलाइज करने की रणनीति बनाई थी.
यह है पूरा मामला
⦁ नेपाल से रास्ता भटक कर दो हाथी पीलीभीत, उत्तराखंड के रास्ते बहेड़ी क्षेत्र में घुस आए थे.
⦁ 27 जून को हाथियों ने भट्टी गांव में किसान लाखन सिंह को कुचलकर मार डाला था.
⦁ 3 जुलाई को शीशगढ़ के तिकड़ी गांव में वन रक्षक हेमंत कुमार को पटक कर मौत हवाले कर दिया था.
⦁ सोमवार को दोनों नेपाली हाथी शंखा नदी पार कर शहर के करीब पहुंच गए थे.
⦁ सूचना पर पहुंचे वन विभाग के आधिकारियों ने ग्रामीणों को हाथियों के पास नहीं जाने दिया.
⦁ वन विभाग ने दुधवा से चार प्रशिक्षित हाथी मंगवाकर उन्हें ट्रैंक्यूलाइज करने की योजना बनाई थी.