नई दिल्ली: पिछले कई दिनों से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में भूकंप के झटके लगने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं. दिल्ली में एक बार फिर से भूकंप के झटके लगे हैं. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 2.1 मापी गई है.
सोमवार दोपहर करीब 1 बजे दिल्ली और इससे सटे इलाकों में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 2.1 मापी गई. हालांकि, किसी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है.
बता दें कि पिछले एक महीने से भी कम के अंतराल में दिल्ली में तीन बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. 15 मई को चौथी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. इससे पहले बीती 10 मई को भी धरती में हुए कंपन से राजधानी के लोगों में सिहरन पैदा हुई थी.
दिल्ली-एनसीआर में विगत 12 और 13 अप्रैल को भूकंप के झटके लगे थे.
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गौरतलब है कि करीब दो महीने से दिल्ली एनसीआर में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. इस संबंध में उत्तराखंड की राजधानी देहरादून स्थित वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के निदेशक कालाचंद साईं ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ महीने से लगातार कम और मीडियम मैग्नीट्यूड के भूकंप आए हैं.
उन्होंने बताया कि ऐसे में पृथ्वी के अंदर प्लेट के खिसकने से जो एनर्जी उत्पन्न हुई है वह छोटे-छोटे भूकंप के माध्यम से रिलीज हो चुकी है. ऐसे में दिल्ली-एनसीआर में बड़ा भूकंप आने की संभावना बेहद कम हो गई है. कालाचंद साईं ने बताया कि दिल्ली में बड़ा भूकंप आने की संभावना ना के बराबर है, लेकिन बावजूद इसके एहतियात की जरूरत है.
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एहतियात के कारणों को लेकर उन्होंने बताया कि दिल्ली में बहुत अधिक पापुलेशन के साथ ही तमाम बड़ी-बड़ी बिल्डिंग्स भी हैं. ऐसे में अगर भविष्य में कम या मीडियम मैग्नीट्यूड से अधिक मैग्नीट्यूड का भूकंप आ जाता है तो उससे दिल्ली एनसीआर में काफी नुकसान हो सकता है. जिसे ध्यान में रखने की जरूरत है.