नई दिल्ली: भारत ने लंदन में आयोजित राष्ट्रमंडल देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान मालदीव के राष्ट्रमंडल में फिर से प्रवेश पर तेजी लाने का आह्वान किया है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को मार्लबोरो हाउस में कई मुद्दों पर बैठक को संबोधित किया और ब्रिटिश विदेश सचिव जेरेमी हंट के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी की.
वार्ता के बाद एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया, 'विदेश मंत्री ने मालदीव के फिर से राष्ट्रमंडल में प्रवेश की प्रक्रिया पर तेजी लाने का आह्वान किया है.'
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आपदा रोधी अवसंरचना के वैश्विक गठबंधन का निर्माण करने की पहल का समर्थन करने के लिए अपने ब्रिटेन के समकक्ष जेरेमी हंट को धन्यवाद दिया.
उन्होंने इसके साथ ही यह उल्लेख भी किया कि भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चोगम 2018 में की गई सभी प्रतिबद्धताओं को चोगम 2020 से काफी पहले पूरा करने के मार्ग पर हैं.
भारत सरकार के बयान में कहा गया है, ‘मंत्रिस्तरीय बैठक में भारत का शामिल होना उसके द्वारा राष्ट्रमंडल को दिये जाने वाले महत्व की प्रतिपुष्टि करता है.'
विदेश मंत्री ने इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी की कोएलिशन ऑफ़ डिजास्टर रिसिलिएंट इंफ्रास्ट्रचर (सीडीआरआई) निर्माण पहल का समर्थन करने के लिए ब्रिटेन की सरकार की प्रशंसा की
बता दें कि मालदीव गणराज्य ने 2016 में 53-सदस्यीय संगठन के साथ अपने संबंधों को बदल दिया था और राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलीह सरकार में पिछले साल शामिल होने के लिए फिर से आवेदन किया था.
दरअसल, लंदन में राष्ट्रमंडल मंत्रियों की 70 वीं वर्षगांठ के अवसर पर विदेश मंत्रियों की बैठक आयोजित की गई. इस मौके पर विदेश मंत्री ने राष्ट्रमंडल की 70 वीं वर्षगांठ पर सदस्य देशों को बधाई दी. उन्होंने यह भी
कहा कि भारत अगले CHOGM 2018 से बहुत पहले CHOGM 2018 में भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई सभी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की राह पर है.
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बैठक के बाद जयशंकर ने विदेश मंत्री के रूप में ब्रिटेन की अपनी पहली यात्रा के दौरान, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा के विदेश मामलों के मंत्रियों के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय वार्ता की.