नई दिल्ली : फ्रांसीसी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पैली ने अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह को लिखे पत्र में कहा, 'यह सैनिकों, उनके परिवारों और राष्ट्र के खिलाफ एक कठिन आघात था.' उन्होंने कहा कि इन कठिन परिस्थितियों में फ्रांसीसी सशस्त्र बलों के साथ वह दृढ़ और मैत्रीपूर्ण समर्थन व्यक्त करते हैं.
पार्ली ने इस बात को भी रेखांकित किया कि भारत फ्रांस का रणनीतिक साझेदार है. उन्होंने भारत के साथ गहरी एकजुटता को भी दोहराया. उन्होंने कहा कि वह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के निमंत्रण पर उनसे मिलने को तैयार हैं. पार्ली ने कहा कि मुलाकात के बाद विस्तार से चर्चा की जा सकेगी.
इससे पहले अमेरिका में रिपब्लिकन सीनेटर मार्को रुबियो ने अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू से बात की. रुबियो ने चीन के साथ हुई हिंसक झड़प के मामले में भाारत के लोगों के प्रति एकजुटता व्यक्त की.
मार्को रुबियो फ्लोरिडा के रिपब्लिकन सीनेटर हैं. संधू से मुलाकात के बाद उन्होंने ने ट्वीट किया, ' भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह बीजिंग से डरेगा नहीं.'
वहीं सीनेट में बहुमत के नेता मिच मैक्कोनेल ने एक हफ्ते से भी कम समय में दूसरी बार चीन पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि चीन ने भारत के खिलाफ आक्रामकता की है.
गौरतलब है कि इससे पहले अमेरिकी सीनेटर टॉम कॉटन ने भी भारत के खिलाफ हिंसक रवैये को लेकर चीन की निंदा की थी. शीर्ष रिपब्लिकन सीनेटर ने कहा था कि चीन ने जापानी क्षेत्रों में अपनी पनडुब्बी घुसपैठ और भारत के साथ उच्च स्तर पर हिंसक झगड़ों को फिर से शुरू कर दिया है.