नई दिल्ली : कोरोना वायरस महामारी ने मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को पैदा किया है और इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने दिशानिर्देश जारी कर कहा है कि कोविड-19 अस्पतालों में मनोचिकित्सक से परामर्श की सुविधा होनी चाहिए.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कोविड-19 महामारी के दौरान अस्पतालों में मानसिक बीमारी से निपटने को लेकर दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा कि कम से कम तीन समूह मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं से प्रभावित हुए हैं.
शोध बताते हैं कि अवसाद (लगभग 30 प्रतिशत रोगियों में मौजूद) और बीमारी होने के बाद के तनाव के लक्षण (96 प्रतिशत मरीजों में मौजूद) और अधिक बढ सकते हैं.
यह भी पढ़ें- बिहार चुनाव : दूसरे चरण के लिए रैलियां खत्म, 94 सीटों पर तीन नवंबर को वोटिंग
उसमें कहा गया है कि इसलिए, चिकित्सा अधिकारियों और मानसिक स्वास्थ्य कर्मियों के लिए विशिष्ट दिशानिर्देशों की आवश्यकता है कि संक्रमण को कैसे रोका जाए और अस्पताल में कोविड-19 संबंधित देखभाल प्रदान की जाए.
दिशानिर्देशों के अनुसार, कोविड-19 अस्पताल में एक मनोचिकित्सक के साथ परामर्श करने की सुविधा होनी चाहिए.