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कांग्रेस का आरोप - भारत की आवाज दबा रही सरकार, देश में अघोषित आपातकाल

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Published : Dec 19, 2019, 8:56 PM IST

Updated : Dec 19, 2019, 10:13 PM IST

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व महासचिव प्रियंका गांधी सहित कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वह इंटरनेट सेवा बंद करने व निषेधाज्ञा लगाने जैसे दमनकारी कदमों से लोगों की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है. यह देश में अघोषित आपातकाल है. वस्तुतः संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में जारी हिंसक प्रदर्शनों के खिलाफ सरकारी तंत्रों की कार्रवाई का कांग्रेस ने कड़ा प्रतिवाद किया है.

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कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रियाएं.

नई दिल्ली : संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में जारी हिंसक प्रदर्शनों के खिलाफ सरकारी तंत्रों की कार्रवाई का कांग्रेस ने कड़ा प्रतिवाद किया है. इस क्रम में कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वह इंटरनेट सेवा बंद करने व निषेधाज्ञा लगाने जैसे दमनकारी कदमों से लोगों की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है. यह देश में अघोषित आपातकाल है.

कांग्रेस ने साथ ही यह भी कहा है कि सरकार जितनी आवाज दबाएगी, उतनी तेज आवाज उठेगी और देश में शांति तभी आएगी, जब इस सरकार को बताया जाएगा कि इनका देश से जाने का समय आ गया है. कांग्रेस ने कहा कि विरोध प्रदर्शन करने के लोकतांत्रिक अधिकारों को दबाने के लिए भाजपा को शर्म आनी चाहिए.

भाजपा का शासन जैसे कोई आदमखोर दिखाई दे रहा है : अभिषेक मनु सिंघवी
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं से कहा, 'ये क्या है? ये भाजपा काल नहीं, ये देश में अघोषित आपातकाल है, जिसको सामान्य स्थिति के नाम पर चलाया जा रहा है.'

उन्होंने कहा कि इनकी (सरकार की) वही परिभाषा है सामान्य स्थिति की, जो कश्मीर में अपनायी गयी, वही भारत के अन्य भागों में अपनाया जा रहा है. हर और हिंसा का माहौल दिखाई देता है. भाजपा का शासन जैसे कोई आदमखोर दिखाई दे रहा है.

पढ़ें : ममता की मांग- CAA और NRC पर यूएन की निगरानी में हो जनमत संग्रह

मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए सिंघवी ने कहा, 'इसलिए लगता है कि देश में शांति तभी आएगी, जब इस सरकार को बताया जाएगा कि इनका देश से जाने का समय आ गया है.'

राहुल गांधी बोले - यह भारत की आत्मा का अपमान करने जैसा है
उधर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर यह कहते हुए प्रहार किया कि उसे धारा 144 लागू करने और देश में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों को रोकने का कोई अधिकार नहीं है.

राहुल ने ट्वीट किया, 'इस सरकार को कोई अधिकार नहीं है कि वह भारत की आवाज को दबाने व शांतिपूर्ण प्रदर्शनों को रोकने के लिए धारा 144 लागू करे, मेट्रो ट्रेनों का संचालन रोके, कॉलेज, टेलीफोन व इंटरनेट सेवा बंद करे. ऐसा करना भारत की आत्मा का अपमान करने जैसा है.'

राहुल गांधी की यह टिप्पणी उत्तर प्रदेश व कर्नाटक में राज्य सरकारों द्वारा धारा 144 लागू करने के बाद आई है. यह धारा किसी सार्वजनिक स्थान पर चार या उससे ज्यादा लोगों को एकत्र होने पर प्रतिबंध लगाती है.

गौरतलब है कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी हैं. इन्हीं विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए गुरुवार को दिन में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के भी कुछ हिस्सों में धारा 144 लागू कर दी गई थी.

जितनी आवाज दबाएंगे, उतनी तेज आवाज उठेगी : प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, 'मेट्रो स्टेशन बंद हैं. इंटरनेट बंद है. हर जगह # धारा 144 है. किसी भी जगह आवाज उठाने की इजाजत नहीं है.'

पढ़ें : CAA विरोध : लखनऊ में उग्र प्रदर्शन, योगी बोले- उपद्रवियों की संपत्ति जब्त की जाएगी

प्रियंका गांधी ने कहा कि जिन्होंने आज करदाताओं का पैसा खर्च करके करोड़ों का विज्ञापन लोगों को समझाने के लिए निकाला है, वही लोग आज जनता की आवाज से इतना बौखलाए हुए हैं कि सबकी आवाजें बंद कर रहे हैं. कांग्रेस नेता ने कहा, 'मगर इतना जान लीजिए कि जितनी आवाज दबाएंगे, उतनी तेज आवाज उठेगी.'

प्रियंका ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'आज रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाकुल्ला और रोशन सिंह का शहादत दिवस है. इस साझी शहादत का महत्व आज तब और बढ़ जाता है, जब सरकार में बैठे लोग धर्म की राजनीति का चश्मा लगाकर बैठे हैं.'

पढ़ें : CAA विरोध : लखनऊ में एक प्रदर्शनकारी की मौत, योगी बोले- उपद्रवियों की संपत्ति जब्त होगी

उन्होंने अशफाक और बिस्मिल का उल्लेख करते हुए कहा कि जब दोनों जेल में थे, तब अंग्रेजों की तरफ से अशफाक और बिस्मिल को धर्म का हवाला देकर आपस में फूट डालने की कोशिश की गई और बोला गया कि अंग्रेजों की तरफ से गवाही दे दो.

कांग्रेस नेता ने कहा, '..लेकिन दोनों के मन में सरफरोशी की तमन्ना थी और अपनी साझी विरासत का जुनून था. आज उनको नमन करते हुए उनके इस संदेश को फैलाना और उसके साथ खड़े होना बहुत जरुरी है.'

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया, 'मोदी सरकार ने संविधान पर हमला बोला, युवाओं पर हमला बोला, छात्रों पर हमला बोला. मेट्रो बंद है, इंटरनेट बंद है, बोलने की आजादी बंद है. रोजगार बंद है...मोदी है तो मुमकिन है.'

नई दिल्ली : संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में जारी हिंसक प्रदर्शनों के खिलाफ सरकारी तंत्रों की कार्रवाई का कांग्रेस ने कड़ा प्रतिवाद किया है. इस क्रम में कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वह इंटरनेट सेवा बंद करने व निषेधाज्ञा लगाने जैसे दमनकारी कदमों से लोगों की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है. यह देश में अघोषित आपातकाल है.

कांग्रेस ने साथ ही यह भी कहा है कि सरकार जितनी आवाज दबाएगी, उतनी तेज आवाज उठेगी और देश में शांति तभी आएगी, जब इस सरकार को बताया जाएगा कि इनका देश से जाने का समय आ गया है. कांग्रेस ने कहा कि विरोध प्रदर्शन करने के लोकतांत्रिक अधिकारों को दबाने के लिए भाजपा को शर्म आनी चाहिए.

भाजपा का शासन जैसे कोई आदमखोर दिखाई दे रहा है : अभिषेक मनु सिंघवी
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं से कहा, 'ये क्या है? ये भाजपा काल नहीं, ये देश में अघोषित आपातकाल है, जिसको सामान्य स्थिति के नाम पर चलाया जा रहा है.'

उन्होंने कहा कि इनकी (सरकार की) वही परिभाषा है सामान्य स्थिति की, जो कश्मीर में अपनायी गयी, वही भारत के अन्य भागों में अपनाया जा रहा है. हर और हिंसा का माहौल दिखाई देता है. भाजपा का शासन जैसे कोई आदमखोर दिखाई दे रहा है.

पढ़ें : ममता की मांग- CAA और NRC पर यूएन की निगरानी में हो जनमत संग्रह

मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए सिंघवी ने कहा, 'इसलिए लगता है कि देश में शांति तभी आएगी, जब इस सरकार को बताया जाएगा कि इनका देश से जाने का समय आ गया है.'

राहुल गांधी बोले - यह भारत की आत्मा का अपमान करने जैसा है
उधर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर यह कहते हुए प्रहार किया कि उसे धारा 144 लागू करने और देश में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों को रोकने का कोई अधिकार नहीं है.

राहुल ने ट्वीट किया, 'इस सरकार को कोई अधिकार नहीं है कि वह भारत की आवाज को दबाने व शांतिपूर्ण प्रदर्शनों को रोकने के लिए धारा 144 लागू करे, मेट्रो ट्रेनों का संचालन रोके, कॉलेज, टेलीफोन व इंटरनेट सेवा बंद करे. ऐसा करना भारत की आत्मा का अपमान करने जैसा है.'

राहुल गांधी की यह टिप्पणी उत्तर प्रदेश व कर्नाटक में राज्य सरकारों द्वारा धारा 144 लागू करने के बाद आई है. यह धारा किसी सार्वजनिक स्थान पर चार या उससे ज्यादा लोगों को एकत्र होने पर प्रतिबंध लगाती है.

गौरतलब है कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी हैं. इन्हीं विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए गुरुवार को दिन में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के भी कुछ हिस्सों में धारा 144 लागू कर दी गई थी.

जितनी आवाज दबाएंगे, उतनी तेज आवाज उठेगी : प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, 'मेट्रो स्टेशन बंद हैं. इंटरनेट बंद है. हर जगह # धारा 144 है. किसी भी जगह आवाज उठाने की इजाजत नहीं है.'

पढ़ें : CAA विरोध : लखनऊ में उग्र प्रदर्शन, योगी बोले- उपद्रवियों की संपत्ति जब्त की जाएगी

प्रियंका गांधी ने कहा कि जिन्होंने आज करदाताओं का पैसा खर्च करके करोड़ों का विज्ञापन लोगों को समझाने के लिए निकाला है, वही लोग आज जनता की आवाज से इतना बौखलाए हुए हैं कि सबकी आवाजें बंद कर रहे हैं. कांग्रेस नेता ने कहा, 'मगर इतना जान लीजिए कि जितनी आवाज दबाएंगे, उतनी तेज आवाज उठेगी.'

प्रियंका ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'आज रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाकुल्ला और रोशन सिंह का शहादत दिवस है. इस साझी शहादत का महत्व आज तब और बढ़ जाता है, जब सरकार में बैठे लोग धर्म की राजनीति का चश्मा लगाकर बैठे हैं.'

पढ़ें : CAA विरोध : लखनऊ में एक प्रदर्शनकारी की मौत, योगी बोले- उपद्रवियों की संपत्ति जब्त होगी

उन्होंने अशफाक और बिस्मिल का उल्लेख करते हुए कहा कि जब दोनों जेल में थे, तब अंग्रेजों की तरफ से अशफाक और बिस्मिल को धर्म का हवाला देकर आपस में फूट डालने की कोशिश की गई और बोला गया कि अंग्रेजों की तरफ से गवाही दे दो.

कांग्रेस नेता ने कहा, '..लेकिन दोनों के मन में सरफरोशी की तमन्ना थी और अपनी साझी विरासत का जुनून था. आज उनको नमन करते हुए उनके इस संदेश को फैलाना और उसके साथ खड़े होना बहुत जरुरी है.'

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया, 'मोदी सरकार ने संविधान पर हमला बोला, युवाओं पर हमला बोला, छात्रों पर हमला बोला. मेट्रो बंद है, इंटरनेट बंद है, बोलने की आजादी बंद है. रोजगार बंद है...मोदी है तो मुमकिन है.'

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CITIZENSHIP-RAHUL
Govt insulting soul of India, suppressing its voice: Rahul
         New Delhi, Dec 19 (PTI) Congress leader Rahul Gandhi on Thursday said the government has insulted the soul of India by suppressing its voice and prevent peaceful protests by shutting down telephones, internet and metro stations.
         "This government has no right to shut down colleges, telephones and the Internet, to halt metro trains and to impose Section144 to suppress India's voice and prevent peaceful protests. To do so is an insult to India's soul," he said on Twitter.
         His message came on a day when the government shut down internet services and closed as many as 16 metro stations in the national capital amid protests by some groups and Left parties in the national capital.
         Gandhi is currently on an official tour of South Korea. PTI SKC SKC
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Last Updated : Dec 19, 2019, 10:13 PM IST
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