नई दिल्ली : महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों के समय आपस में उलझी कांग्रेस सत्तारूढ़ भाजपा से कैसे लड़ेगी, यह पार्टी के लिए बड़ा सवाल बन गया है. दरअसल सारा मसला टिकट बंटवारे को लेकर है.
टिकट बंटवारे के दौरान महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम और हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने पार्टी के खिलाफ हमलावर रुख अख्तियार कर लिया है.
निरुपम ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, 'पार्टी में चापलूसों और चाटुकारों का बोलबाला हो गया है. हमने एक व्यक्ति के लिए टिकट मांगा, वह भी नहीं मिला.' कुछ ऐसी ही शिकायत अशोक तंवर ने भी गुरुवार को ही मीडिया के सामने रखी थी.'
फिलहाल कांग्रेस ने दोनों नेताओं की बयानबाजी को गंभीरता से लिया है और उन्हें फटकार लगायी है. पार्टी के वरिष्ठ नेता व प्रवक्ता मनीष तिवारी ने इन दोनों नेताओं पर निशाना साधा है. तिवारी ने मीडिया कांफ्रेंस के जरिये निरुपम से पूछा कि यह सवाल उनके मन में तब क्यों उठ रहा है, जब उनके मुताबिक एक भी उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया गया.
मनीष तिवारी ने निरुपम पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'संजय निरुपम यह बयान ऐसे वक्त दे रहे हैं, जब उनके मुताबिक टिकट नहीं दिया गया. उनका मन विचलित हो रहा है. जब मन विचलित होता है, तब संयम की जरूरत होती है. वह इधर-उधर भागना चाहता है, उस पर नियंत्रण की जरूरत होती है. उन्हें षड्यंत्रकारी कहानी गढ़ने के बजाय अपने मन पर नियंत्रण करना चाहिए.'
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मनीष तिवारी ने आगे कहा कि टिकट बंटवारे को लेकर अक्सर लोगों की शिकायत रहती है, लेकिन निरुपम साहब इसके लिए किसी साजिश की कहानी गढ़ रहे हैं. ऐसा बयान देकर वह किसका भला कर रहे हैं. उनसे सवाल किया जाना चाहिए. मनीष ने कहा ये दोनों नेता जो कुछ भी कर रहे हैं, उससे पार्टी का नहीं बल्कि उन ताकतों का भला हो रहा है, जो पिछले चार महीने से देश को तबाह कर रही हैं.