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सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम की कार्रवाई, नष्ट की अवैध अफीम की फसल

करौली में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर अफीम की अवैध खेती करने का मामला सामने आया है. इस मामले में कोटा की सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो टीम ने खेत पर छापेमारी कर पूरी फसल नष्ट कर दी. वहीं इस मामले में एक को गिरफ्तार किया गया है. पढ़ें पूरी खबर...

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प्रतीकात्मक चित्र
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Published : Feb 27, 2020, 1:57 PM IST

Updated : Mar 2, 2020, 6:13 PM IST

कोटा/करौली. करौली के सपोटरा में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर अवैध रूप से अफीम की खेती करने का मामला सामने आया है. इस मामले में सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो कोटा की टीम ने खेत पर छापेमारी कर अफीम नष्ट करने की कार्रवाई की है. सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो के अधिकारियों का कहना है कि इस पूरी फसल से करीब 15 से 20 किलो अफीम निकाली जा सकती थी, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत डेढ़ से दो करोड़ रुपये है.

कोटा सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो ने अवैध रूप से अफीम की काश्त करने के मामले का खुलासा किया है. जिसमें अतिक्रमण कर सरकारी जमीन पर अवैध रूप से अफीम की खेती शुरू कर दी थी. मामले के अनुसार सपोटरा निवासी रामजी लाल मीणा ने गांव के नजदीक ही सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर लिया. उस पर अवैध रूप से अफीम की खेती शुरू कर दी.

21,00 वर्ग मीटर एरिया में हो रही थी अफीम की खेती

इसकी सूचना लंबे समय से सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो को मिल रही थी. सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो के उप आयुक्त राजस्थान विकास जोशी ने टीम बनाकर सपोटरा भेजी. जहां पर इस तरह की अफीम की अवैध खेती का पर्दाफाश हुआ.

यह भी पढ़ें. करौली: बकाया वसूलने गई बिजली विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने किया पथराव, 1 कार्मिक घायल

आरोपी रामजी लाल मीणा ने 21,00 वर्ग मीटर एरिया में अफीम की खेती कर रखी थी. जिसके पौधे भी काफी ऊंचाई तक आ गए थे. कुछ ही दिन में उनके चीरा लगाकर अवैध रूप से अफीम निकाल उसको नशे के रूप में उपयोग करने के लिए बेचने की योजना थी. सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो ने खेत में अफीम की पूरी फसल को नष्ट कर दिया है. साथ ही नारकोटिक्स टीम ने आरोपी रामजी लाल मीणा को गिरफ्तार कर लिया है.

कोटा/करौली. करौली के सपोटरा में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर अवैध रूप से अफीम की खेती करने का मामला सामने आया है. इस मामले में सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो कोटा की टीम ने खेत पर छापेमारी कर अफीम नष्ट करने की कार्रवाई की है. सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो के अधिकारियों का कहना है कि इस पूरी फसल से करीब 15 से 20 किलो अफीम निकाली जा सकती थी, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत डेढ़ से दो करोड़ रुपये है.

कोटा सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो ने अवैध रूप से अफीम की काश्त करने के मामले का खुलासा किया है. जिसमें अतिक्रमण कर सरकारी जमीन पर अवैध रूप से अफीम की खेती शुरू कर दी थी. मामले के अनुसार सपोटरा निवासी रामजी लाल मीणा ने गांव के नजदीक ही सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर लिया. उस पर अवैध रूप से अफीम की खेती शुरू कर दी.

21,00 वर्ग मीटर एरिया में हो रही थी अफीम की खेती

इसकी सूचना लंबे समय से सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो को मिल रही थी. सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो के उप आयुक्त राजस्थान विकास जोशी ने टीम बनाकर सपोटरा भेजी. जहां पर इस तरह की अफीम की अवैध खेती का पर्दाफाश हुआ.

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आरोपी रामजी लाल मीणा ने 21,00 वर्ग मीटर एरिया में अफीम की खेती कर रखी थी. जिसके पौधे भी काफी ऊंचाई तक आ गए थे. कुछ ही दिन में उनके चीरा लगाकर अवैध रूप से अफीम निकाल उसको नशे के रूप में उपयोग करने के लिए बेचने की योजना थी. सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो ने खेत में अफीम की पूरी फसल को नष्ट कर दिया है. साथ ही नारकोटिक्स टीम ने आरोपी रामजी लाल मीणा को गिरफ्तार कर लिया है.

Last Updated : Mar 2, 2020, 6:13 PM IST
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