नई दिल्ली : कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन जारी है, जिसके कारण मोबाइल इंटरनेट की खपत में काफी वृद्धि हुई है. इस वजह से इंटरनेट की बैंडविड्थ पर पड़ने वाले असर को लेकर सरकार और दूरसंचार ऑपरेटरों ने गहरी चिंता जाहिर की.
इसे देखते हुए सभी कंपनियां अस्थायी रूप से डिफॉल्ट एचडी और अल्ट्रा-एचडी स्ट्रीमिंग से लेकर एसडी सामग्री या सिर्फ एसडी सामग्री का प्रसारण जैसे उपायों को अपनाने पर विचार कर रही हैं.
अहम बात यह है कि मौजूदा हालातों को डिजिटल उद्योग पूरी तरह से समझ रहा है और इस बात की कोशिश में जुटा हुआ है कि सभी नागरिक जहां चाहें वहां मोबाइल नेटवर्क का उपयोग बिना किसी दिक्कत के कर सकें.
डिजिटल उद्योग के इस मकसद को पूरा करने के लिए बीते सप्ताह वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक बैठक का आयोजन किया गया. इसमें स्टार एंड डिजनी इंडिया के अध्यक्ष उदय शंकर, एनपी सिंह (सोनी), संजय गुप्ता (गूगल), अजीत मोहन (फेसबुक), सुधांशु वत्स (वायाकॉम 18), गौरव गांधी (अमेजन प्राइम वीडियो), पुनीत गोयनका (जी), निखिल गांधी (टिकटोक), अंबिका खुराना (नेटफ्लिक्स), करण बेदी (एमएक्स प्लेयर) और वरुण नारंग (हॉटस्टार) शामिल हुए.
देश में चलने वाले सभी डिजिटल वीडियो प्लेटफार्म की एचडी और अल्ट्रा एचडी स्ट्रीमिंग को एसडी पर डिफॉल्ट करने का फैसला लिया गया, जिसके बाद सभी स्ट्रीमिंग कंटेंट को 480P से अधिक बिटरेट में नहीं देखा जा सकेगा. इस फैसले के बाद उपभोक्ताओं का मोबाइल डाटा कम खर्च होगा और यह बदलाव 14 अप्रैल तक लागू रहेंगे.