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मायावती ने राजस्थान में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की - लखनऊ ताजा खबर

राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध आपसी उठापटक व सरकारी अस्थिरता के हालात को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने राजस्थान में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है. ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो.

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मायावती (फाइल फोटो)
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Published : Jul 18, 2020, 12:49 PM IST

लखनऊ/नई दिल्ली : बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती ने राजस्थान के रण में एंट्री लेते हुए वहां की राजनीति पर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए.

मायावती ने कहा कि इस प्रकार, राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध, आपसी उठा-पठक व सरकारी अस्थिरता के हालात का वहाँ के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेकर वहां राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए, ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो.

  • 2. इस प्रकार, राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध, आपसी उठा-पठक व सरकारी अस्थिरता के हालात का वहाँ के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेकर वहाँ राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए, ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो। 2/2

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राजस्थान के सियासी रण में उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री भी कूद पड़ी हैं. उन्होंने कांग्रेस पर बसपा के विधायकों को तोड़ने का आरोप लगाया है. बसपा अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को ट्वीट करके कहा कि जैसा की विदित है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन और बीएसपी के साथ लगातार दूसरी बार दगाबाजी करके पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया. अब जग जाहिर तौर पर फोन टेप कराकर इन्होंने एक और गैरकानूनी और असंवैधानिक काम किया है.

  • 1. जैसाकि विदित है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन व बीएसपी के साथ लगातार दूसरी बार दगाबाजी करके पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया और अब जग-जाहिर तौर पर फोन टेप कराके इन्होंने एक और गैर-कानूनी व असंवैधानिक काम किया है। 1/2

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इस प्रकार राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध आपसी उठापटक व सरकारी अस्थिरता के हालात का वहां के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेकर वहां राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए. ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो.

लखनऊ/नई दिल्ली : बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती ने राजस्थान के रण में एंट्री लेते हुए वहां की राजनीति पर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए.

मायावती ने कहा कि इस प्रकार, राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध, आपसी उठा-पठक व सरकारी अस्थिरता के हालात का वहाँ के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेकर वहां राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए, ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो.

  • 2. इस प्रकार, राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध, आपसी उठा-पठक व सरकारी अस्थिरता के हालात का वहाँ के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेकर वहाँ राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए, ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो। 2/2

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राजस्थान के सियासी रण में उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री भी कूद पड़ी हैं. उन्होंने कांग्रेस पर बसपा के विधायकों को तोड़ने का आरोप लगाया है. बसपा अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को ट्वीट करके कहा कि जैसा की विदित है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन और बीएसपी के साथ लगातार दूसरी बार दगाबाजी करके पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया. अब जग जाहिर तौर पर फोन टेप कराकर इन्होंने एक और गैरकानूनी और असंवैधानिक काम किया है.

  • 1. जैसाकि विदित है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन व बीएसपी के साथ लगातार दूसरी बार दगाबाजी करके पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया और अब जग-जाहिर तौर पर फोन टेप कराके इन्होंने एक और गैर-कानूनी व असंवैधानिक काम किया है। 1/2

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इस प्रकार राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध आपसी उठापटक व सरकारी अस्थिरता के हालात का वहां के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेकर वहां राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए. ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो.
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