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बंगाल : बीएसएफ ने बंग्लादेशी महिला को मानव तस्करों से बचाया - human traffickers

पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले से बीएसएफ के जवानों ने एक बांग्लादेशी महिला को मानव तस्करों के चंगुल से बचाया. 27 वर्षीय महिला को हिरासत में ले लिया गया और उसे बीओपी मुस्तफापुर लाया गया.

बंग्लादेशी महिला
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Published : Aug 26, 2020, 1:43 PM IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले के सीमा क्षेत्र बीएसएफ ने एक बांग्लादेशी महिला को मानव तस्करों के चंगुल से बचाया. बीएसएफ के अनुसार महिला को मुंबई ले जाया जा रहा था.

बीएसएफ के एक आधिकारिक बयान के अनुसार खुफिया शाखा से इनपुट के आधार पर बांग्लादेशी महिला को सीमावर्ती गांव गंगुलिया में अवैध रूप से टाउट की मदद से अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार करने के बाद छिपाया गया था.

27 वर्षीय महिला को हिरासत में ले लिया गया और उसे बीओपी मुस्तफापुर लाया गया. पूछताछ के दौरान महिला ने बताया कि उसके पति को स्वास्थ्य की समस्या है और वह बीमार रहता है. उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है.

हाल ही में वह बांग्लादेश के गांव मदारीपुर के दलिम नामक एक बांग्लादेशी मानव तस्कर के संपर्क में आई. दलिम ने उसे मदद करने का भरोसा दिया था. 23 अगस्त को वह दलिम की मदद से बस से जशोर पहुंची, जिसने उसे गंगुलिया के निवासी बहारुल मोंडल नाम के भारतीय टाउट का मोबाइल नंबर दिया था.

पढ़ें- नीट-जेईई पर विपक्ष एक, सोनिया की गैर भाजपा शासित राज्यों के सीएम संग बैठक

पीड़िता ने आगे कहा कि दलिम ने 24 अगस्त की रात को किसी अज्ञात स्थान से बहरूल मोंडल के सहयोगियों के साथ अंतरराष्ट्री सीमा पार कराई. भारत में गंगुलिया के गांव पहुंचने पर बहारुल मोंडल ने उसे रिसीव किया और आश्रय प्रदान किया.

यहां पहुंचने पर उसने बहारुल मंडल को बांग्लादेश की मुद्रा 20,000 टका का भुगतान किया और बहारुल ने उसे यह भरोसा दिलाया कि उसके लिए मुंबई में नौकरी की व्यवस्था की जाएगी.

बीएसएफ ने कहा कि पीएस बगदाह ने आगे की कानूनी कार्रवाई और मानव तस्करों का पता लगाने के लिए जांच का जिम्मा संभाला है.

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले के सीमा क्षेत्र बीएसएफ ने एक बांग्लादेशी महिला को मानव तस्करों के चंगुल से बचाया. बीएसएफ के अनुसार महिला को मुंबई ले जाया जा रहा था.

बीएसएफ के एक आधिकारिक बयान के अनुसार खुफिया शाखा से इनपुट के आधार पर बांग्लादेशी महिला को सीमावर्ती गांव गंगुलिया में अवैध रूप से टाउट की मदद से अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार करने के बाद छिपाया गया था.

27 वर्षीय महिला को हिरासत में ले लिया गया और उसे बीओपी मुस्तफापुर लाया गया. पूछताछ के दौरान महिला ने बताया कि उसके पति को स्वास्थ्य की समस्या है और वह बीमार रहता है. उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है.

हाल ही में वह बांग्लादेश के गांव मदारीपुर के दलिम नामक एक बांग्लादेशी मानव तस्कर के संपर्क में आई. दलिम ने उसे मदद करने का भरोसा दिया था. 23 अगस्त को वह दलिम की मदद से बस से जशोर पहुंची, जिसने उसे गंगुलिया के निवासी बहारुल मोंडल नाम के भारतीय टाउट का मोबाइल नंबर दिया था.

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पीड़िता ने आगे कहा कि दलिम ने 24 अगस्त की रात को किसी अज्ञात स्थान से बहरूल मोंडल के सहयोगियों के साथ अंतरराष्ट्री सीमा पार कराई. भारत में गंगुलिया के गांव पहुंचने पर बहारुल मोंडल ने उसे रिसीव किया और आश्रय प्रदान किया.

यहां पहुंचने पर उसने बहारुल मंडल को बांग्लादेश की मुद्रा 20,000 टका का भुगतान किया और बहारुल ने उसे यह भरोसा दिलाया कि उसके लिए मुंबई में नौकरी की व्यवस्था की जाएगी.

बीएसएफ ने कहा कि पीएस बगदाह ने आगे की कानूनी कार्रवाई और मानव तस्करों का पता लगाने के लिए जांच का जिम्मा संभाला है.

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