नई दिल्ली/पटना: बिहार में चमकी बुखार और लू का कहर जारी है. चमकी बुखार से अब तक 104 बच्चों की मौत हो चुकी है. वहीं लू की चपेट में आने से 100 लोगों ने दम तोड़ दिया है. इसी विषय पर ईटीवी भारत ने भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन से बातचीत की.
भाजपा के नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने राज्य सरकार का बचाव करते हुए दावा किया कि बच्चों को समय पर प्रशासन ने उचित उपचार मुहैया करा दिया था. उन्होंने यह भी कहा कि लू से हो रही मौत को लेकर भी सरकार सजग है और उन्हें भी उचित मुआवजा दिया जा रहा है.
हालांकि अभी तक मुख्यमंत्री के वहां नहीं जाने या फिर राज्य और केंद्र के स्वास्थ्य मंत्रियों के देर से वहां पहुंचने पर भाजपा के पास कोई जवाब नहीं है. भाजपा का कहना है कि अगर प्रशासन ने कोई भी कोताही बरती होगी तो उस पर कार्रवाई की जाएगी. मगर हालात यह हैं कि बुखार से बच्चों की और लू से मरने वालों मरीजों की संख्या लगभग 200 से भी ज्यादा अभी तक पहुंच चुकी है.
प्रशासन ने काफी देर से मुआवजे की भी घोषणा की यहां तक कि केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे खुद बिहार से नेता है. बावजूद उन्होंने पहले अपने निर्वाचन क्षेत्र भागलपुर में जाकर सार्वजनिक स्वागत समारोह में हिस्सा लिया और उसके बाद वह अस्पताल पहुंचे, जिसे लेकर जनता के साथ विपक्षियों में भी काफी रोष है.
अश्विनी चौबे का अस्पताल में पहुंचने पर विरोध भी किया गया.
पढ़ें: कोलकाता: डॉक्टरों के बाद शिक्षकों के साथ पुलिस की झड़प
बता दें क्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) एक बीमारी है. इसके लक्षण दिखते ही अस्पताल में भर्ती कराने से मरीज की जान बचाई जा सकती है. लक्षण शुरू होने और इलाज शुरू करने के बीच जितना कम समय लेंगे, मरीज की जान बचने की संभावना उतनी ही अधिक होगी.