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'व्हाट्सएप जासूसी' से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा बताना, अतिशयोक्ति : बीजेपी - Pegasus Spyware on whatsapp

व्हाट्सएप द्वारा जासूसी मामले मे राजनीति गर्माती जा रही है. एक तरफ कांग्रेस ने सरकार को घेर रखा है तो दूसरी तरफ इस मामले को लेकर सरकार का कहना है कि मामले पर सरकार को व्हाट्सएप के जवाब की इंतजार है. पढ़ें पूरी खबर...

फाइल फोटो
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Published : Nov 1, 2019, 6:36 PM IST

Updated : Nov 1, 2019, 7:31 PM IST

नई दिल्ली : व्हाट्सएप द्वारा जासूसी मामले में कांग्रेस लगातार सरकार को घेराव कर रही है. इसके जवाब में भाजपा का कहना है कि सरकार ने व्हाट्सएप से जवाब तलब किया है. जवाब आने के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी.

इस मुद्दे पर ईटीवी भारत ने केंद्र में सत्तारुढ़ दल भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुदेश वर्मा से बात चीत की. सुदेश वर्मा ने कांग्रेस द्वारा सरकार पर लगाए गाए आरोपों पर कांग्रेस से सवाल किए.

बकौल सुदेश वर्मा, 'सरकार के ऊपर क्यों आरोप लगए जा रहे हैं. इसको लेकर सरकार ने व्हाट्सएप से जावब मांगा है और इतनी बड़ी बात कह देना कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है, अतिशयोक्ति है.'

व्हाट्सएप जासूसी विवाद पर सुदेश वर्मा

इस सवाल पर कि सरकार ने इस पूरी घटना को रोकने की कोशिश क्यों नहीं की, सुदेश वर्मा ने सरकार का बचाव किया. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का इतना विस्तार (proliferation) हो चुका है, कि कब कौन किस पर हावी हो जाता है, पता नहीं लगता. हालांकि, जो भी हुआ है गलत हुआ है.

पत्रकारों को व्हाट्सएप द्वारा जासूसी का शिकार बनाए जाने के सवाल पर सुदेश वर्मा ने कहा कि जो लोग स्मार्टफोन और ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं उनको सतर्क रहना चाहिए.

व्हाट्सएप पर भारत में प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर सुदेश वर्मा ने कहा कि यह बेहद संवेदनशील मामला है. इस पर बोलना मुश्किल है, यह सिर्फ सरकार ही बता पाएगी.

क्या है पूरा मामला
दरअसल, फेसबुक के स्वामित्व वाली कम्पनी व्हाट्सएप ने कहा है कि इजरायल स्पाईवेयर 'पेगासस' के जरिये कुछ अज्ञात इकाइयां वैश्विक स्तर पर जासूसी कर रही हैं. भारतीय पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता भी इस जासूसी का शिकार बने हैं.

व्हाट्सएप ने कहा है कि वह एनएसओ समूह के खिलाफ मुकदमा करने जा रही है. यह इजरायल की निगरानी करने वाली कम्पनी है. समझा जाता है कि इसी कम्पनी ने वह प्रौद्योगिकी विकसित की है, जिसके जरिये अज्ञात इकाइयों ने जासूसी के लिए करीब 1,400 लोगों के फोन हैक किए हैं.

पढ़ें-कांग्रेस का मोदी सरकार पर 'जासूसी' का आरोप, अदालत की निगरानी में जांच की मांग

चार महाद्वीपों के उपयोगकर्ता इस जासूसी का शिकार बने हैं. इनमें राजनयिक, राजनीतिक विरोधी, पत्रकार और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल हैं. हालांकि, व्हाट्सएप ने यह खुलासा नहीं किया है कि किसके कहने पर पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के फोन हैक किये गये हैं.

नई दिल्ली : व्हाट्सएप द्वारा जासूसी मामले में कांग्रेस लगातार सरकार को घेराव कर रही है. इसके जवाब में भाजपा का कहना है कि सरकार ने व्हाट्सएप से जवाब तलब किया है. जवाब आने के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी.

इस मुद्दे पर ईटीवी भारत ने केंद्र में सत्तारुढ़ दल भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुदेश वर्मा से बात चीत की. सुदेश वर्मा ने कांग्रेस द्वारा सरकार पर लगाए गाए आरोपों पर कांग्रेस से सवाल किए.

बकौल सुदेश वर्मा, 'सरकार के ऊपर क्यों आरोप लगए जा रहे हैं. इसको लेकर सरकार ने व्हाट्सएप से जावब मांगा है और इतनी बड़ी बात कह देना कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है, अतिशयोक्ति है.'

व्हाट्सएप जासूसी विवाद पर सुदेश वर्मा

इस सवाल पर कि सरकार ने इस पूरी घटना को रोकने की कोशिश क्यों नहीं की, सुदेश वर्मा ने सरकार का बचाव किया. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का इतना विस्तार (proliferation) हो चुका है, कि कब कौन किस पर हावी हो जाता है, पता नहीं लगता. हालांकि, जो भी हुआ है गलत हुआ है.

पत्रकारों को व्हाट्सएप द्वारा जासूसी का शिकार बनाए जाने के सवाल पर सुदेश वर्मा ने कहा कि जो लोग स्मार्टफोन और ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं उनको सतर्क रहना चाहिए.

व्हाट्सएप पर भारत में प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर सुदेश वर्मा ने कहा कि यह बेहद संवेदनशील मामला है. इस पर बोलना मुश्किल है, यह सिर्फ सरकार ही बता पाएगी.

क्या है पूरा मामला
दरअसल, फेसबुक के स्वामित्व वाली कम्पनी व्हाट्सएप ने कहा है कि इजरायल स्पाईवेयर 'पेगासस' के जरिये कुछ अज्ञात इकाइयां वैश्विक स्तर पर जासूसी कर रही हैं. भारतीय पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता भी इस जासूसी का शिकार बने हैं.

व्हाट्सएप ने कहा है कि वह एनएसओ समूह के खिलाफ मुकदमा करने जा रही है. यह इजरायल की निगरानी करने वाली कम्पनी है. समझा जाता है कि इसी कम्पनी ने वह प्रौद्योगिकी विकसित की है, जिसके जरिये अज्ञात इकाइयों ने जासूसी के लिए करीब 1,400 लोगों के फोन हैक किए हैं.

पढ़ें-कांग्रेस का मोदी सरकार पर 'जासूसी' का आरोप, अदालत की निगरानी में जांच की मांग

चार महाद्वीपों के उपयोगकर्ता इस जासूसी का शिकार बने हैं. इनमें राजनयिक, राजनीतिक विरोधी, पत्रकार और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल हैं. हालांकि, व्हाट्सएप ने यह खुलासा नहीं किया है कि किसके कहने पर पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के फोन हैक किये गये हैं.

Intro:व्हाट्सएप मामले में कांग्रेस लगातार सरकार को घेर रही है और सरकार के बचाव में बीजेपी कूद गई है, बीजेपी का कहना है कि सरकार ने व्हाट्सएप से जवाब तलब किया है जवाब आने के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी हालांकि कि क्या व्हाट्सएप को प्रतिबंधित किया जाएगा भारत में इस बात पर भाजपा का कहना है कि यह सरकार का काम है और उचित जांच के बाद ही कोई कड़े कदम उठाए जाएंगे मगर साथ ही उन्होंने कांग्रेस के आरोपों को नकारते हुए कहा है कि इसमें सरकार का कोई रोल नहीं है साथ ही भाजपा ने यह भी साफ कर दिया है कि महाराष्ट्र सरकार देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में ही बनेगी और भाजपा की ही बनेगी


Body:इसराइली स्पाइवेयर पेगासस का इस्तेमाल कर भारतीय पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की जासूसी खबर सामने आने के बाद सियासी घमासान मचा हुआ है दरअसल व्हाट्सएप के अधिकारियों ने यह खुद माना था 1 दरअसल व्हाट्सएप के अधिकारियों ने खुद माना था कि की इजरायली स्पाइवेयर ने व्हाट्सएप के जरिए कुछ भारतीय पत्रकार और एक्टिविस्ट की जासूसी की है और यह जासूसी मई महीने में की गई है इस खबर के आने के बाद से ही विपक्ष लगातार सरकार को भेज रहा है विपक्ष का कहना है कि सरकार भारतीयों के निजता की सुरक्षा कैसे कर रही है इस बात को खुल कर बताएं यहां तक कि राहुल गांधी ने तो इसमें राफेल एंगल भी निकाला था अब इस मामले में भाजपा सरकार का बचाव करते हुए खुलकर सामने आ गई है उनका कहना है कि इसमें भारतीय सरकार का कोई रोल नहीं है और करोड़ों भारतीयों की निजता की सुरक्षा की जिम्मेदारी भारत सरकार पर है और सरकार इसे बखूबी निभा रही है बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुदेश वर्मा ने कहा कि सरकारी एजेंसियां का एक प्रोटोकॉल है जिसके तहत फोन सुने जा सकते हैं और उनकी निगरानी केंद्र और राज्य के आला अफसर राष्ट्र हित के लिए कर सकते हैं उन्होंने कहा कि सरकार ने व्हाट्सएप से जवाब तलब किया है और जवाब आने पर ही उचित कार्रवाई की जाएगी हालांकि इस सवाल पर कि कि क्या व्हाट्सएप भारत में प्रतिबंधित किया जाएगा भाजपा प्रवक्ता का कहना है यह कहना बहुत ही जल्दी होगा कि क्या व्हाट्सएप को भारत में प्रतिबंधित करने की जरूरत है यह सरकार पूरी जांच के बाद ही कोई कार्रवाई करेगी


Conclusion: महाराष्ट्र में महाराष्ट्र में सरकार बनने में हो रही देरी को लेकर जवाब देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि महाराष्ट्र में लगातार शिवसेना के साथ बातचीत चल रही है और भाजपा चाहती है कि शिवसेना के साथ ही सरकार बने शिवसेना का अपना स्टाइल है अभिषेक दबाव की राजनीति कहें या कुछ लेकिन जहां तक उम्मीद है महाराष्ट्र में भाजपा शिवसेना को लेकर ही सरकार बनाएगी मगर यह भी तय है कि सीएम के पद पर कोई कंप्रोमाइज नहीं किया जाएगा और देवेंद्र फडणवीस के ही नेतृत्व में सरकार बनाई जाएगी जहां तक बात शिवसेना के साथ कॉम्प्रोमाइज करने के लिए है भाजपा का कहना है कि जहां तक उम्मीद है इस मामले में जल्दी ही बात बन जाएगी और एक चुनी हुई सरकार महाराष्ट्र के लोगों को मिलेगी मगर सीएम की कुर्सी पर देवेंद्र फडणवीस ही बैठेंगे
Last Updated : Nov 1, 2019, 7:31 PM IST
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