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आठ दिसंबर को किसानों ने बुलाया भारत बंद, विपक्षी दलों का समर्थन

किसान संगठनों ने नए कृषि कानूनों के विरोध में आठ दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है. इसे सभी प्रमुख विपक्षी दलों ने समर्थन देने का फैसला किया है. कांग्रेस ने कहा कि वह किसानों के साथ है. तेलंगाना और महाराष्ट्र के सीएम ने भी भारत बंद के समर्थन की घोषणा की है.

भारत बंद का आह्वान
भारत बंद का आह्वान
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Published : Dec 6, 2020, 11:51 AM IST

Updated : Dec 6, 2020, 2:20 PM IST

नई दिल्ली: केंद्र सरकार लाए गए नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलनरत हैं. सरकार के साथ पांचवें दौर की वार्ता रद्द होने के बाद किसान संगठनों ने आठ दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है.

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने अभी पूर्ण रूप से कुछ नहीं कहा है. हम चाहते हैं कि ये कानून वापस हो जाए. हमलोगों ने 8 दिसंबर को भारत बंद करने का निर्णय लिया है.

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है. तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रमुख केसी राव ने कहा कि उनकी पार्टी केंद्र सरकार के खिलाफ बुलाए गए भारत बंद में खुलकर भाग लेगी.

केसीआर ने किसानों का बचाव करते हुए कहा कि किसान केंद्र द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ न्याय के लिए लड़ रहे थे. उन्होंने कहा कि टीआरएस ने पहले ही संसद में इन कानूनों का विरोध किया था, क्योंकि ये किसानों के हित में नहीं थे.

कई विपक्षी दलों ने भारत बंद का किया समर्थन
कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके और वाम दलों के अलावा कई केंद्रीय मजदूर संगठनों ने किसानों के 'भारत बंद' के आह्वान को समर्थन देने का निर्णय लिया है.

कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने 'आठ दिसंबर भारत बंद' के हैशटेग के साथ ट्वीट किया, 'कलम उठाइए, अन्नदाता से माफी मांगिए और काले कानूनों को तत्काल रद्द कीजिए.'

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने भी नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा आठ दिसंबर को बुलाए गए 'भारत बंद' को अपना नैतिक समर्थन देने का फैसला किया है. साथ ही पार्टी ने किसानों के साथ एकजुटता जाहिर करते हुए तीन दिनों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में विरोध-कार्यक्रम आयोजित करेगी.

तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमारी नेता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किसानों के आंदोलन को पूरा समर्थन देने का वादा किया है. हम तत्काल कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हैं.

माकपा और भाकपा समेत अन्य वाम दलों ने भी एक संयुक्त बयान जारी कर किसानों के भारत बंद का पूर्ण समर्थन करने की घोषणा की.

वहीं, पटना में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्षी पार्टियों ने शनिवार को यहां नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किया और कानूनों की वापसी के लिए आंदोलन कर रहे किसानों को समर्थन देने का संकल्प लिया.

धरना स्थल पर कांग्रेस और वाम दलों के साथ प्रदर्शन कर रहे राजद नेता ने किसान संगठनों की ओर से आठ दिसंबर को बुलाए गए बंद का समर्थन किया.

आम आदमी पार्टी ने भारत बंद का किया समर्थन

दिल्ली के मंत्री और 'आप' नेता गोपाल राय ने कहा कि आठ दिसंबर को किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया है. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी 'आप' पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से भारत बंद का समर्थन करने का आह्वान किया है.

नई दिल्ली: केंद्र सरकार लाए गए नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलनरत हैं. सरकार के साथ पांचवें दौर की वार्ता रद्द होने के बाद किसान संगठनों ने आठ दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है.

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने अभी पूर्ण रूप से कुछ नहीं कहा है. हम चाहते हैं कि ये कानून वापस हो जाए. हमलोगों ने 8 दिसंबर को भारत बंद करने का निर्णय लिया है.

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है. तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रमुख केसी राव ने कहा कि उनकी पार्टी केंद्र सरकार के खिलाफ बुलाए गए भारत बंद में खुलकर भाग लेगी.

केसीआर ने किसानों का बचाव करते हुए कहा कि किसान केंद्र द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ न्याय के लिए लड़ रहे थे. उन्होंने कहा कि टीआरएस ने पहले ही संसद में इन कानूनों का विरोध किया था, क्योंकि ये किसानों के हित में नहीं थे.

कई विपक्षी दलों ने भारत बंद का किया समर्थन
कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके और वाम दलों के अलावा कई केंद्रीय मजदूर संगठनों ने किसानों के 'भारत बंद' के आह्वान को समर्थन देने का निर्णय लिया है.

कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने 'आठ दिसंबर भारत बंद' के हैशटेग के साथ ट्वीट किया, 'कलम उठाइए, अन्नदाता से माफी मांगिए और काले कानूनों को तत्काल रद्द कीजिए.'

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने भी नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा आठ दिसंबर को बुलाए गए 'भारत बंद' को अपना नैतिक समर्थन देने का फैसला किया है. साथ ही पार्टी ने किसानों के साथ एकजुटता जाहिर करते हुए तीन दिनों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में विरोध-कार्यक्रम आयोजित करेगी.

तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमारी नेता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किसानों के आंदोलन को पूरा समर्थन देने का वादा किया है. हम तत्काल कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हैं.

माकपा और भाकपा समेत अन्य वाम दलों ने भी एक संयुक्त बयान जारी कर किसानों के भारत बंद का पूर्ण समर्थन करने की घोषणा की.

वहीं, पटना में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्षी पार्टियों ने शनिवार को यहां नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किया और कानूनों की वापसी के लिए आंदोलन कर रहे किसानों को समर्थन देने का संकल्प लिया.

धरना स्थल पर कांग्रेस और वाम दलों के साथ प्रदर्शन कर रहे राजद नेता ने किसान संगठनों की ओर से आठ दिसंबर को बुलाए गए बंद का समर्थन किया.

आम आदमी पार्टी ने भारत बंद का किया समर्थन

दिल्ली के मंत्री और 'आप' नेता गोपाल राय ने कहा कि आठ दिसंबर को किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया है. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी 'आप' पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से भारत बंद का समर्थन करने का आह्वान किया है.

Last Updated : Dec 6, 2020, 2:20 PM IST
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