गुवाहटी : ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के अध्यक्ष (AIUDF) मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने असम में दो से ज्यादा संतान होने पर सरकारी नौकरी न मिलने के प्रावधान की आलोचना की है। इस प्रावधान को लेकर उन्होंने न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम सर्वानंद सोनोवाल को आड़े हाथों लिया वरन यह भी कहा कि इससे मुसलमानों को कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि वे तो पहले ही सरकारी नौकरियों से बाहर हैं.
मौलाना बदरुद्दीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी खुद अपने भाई-बहनों में पांचवें या छठे नंबर पर हैं और अगर यह पांचवे या छठे नबंर का बच्चा पैदा न होता तो आज पीएम मोदी भी न होते.
अजमल ने यह भी कहा कि अगर दो से अधिक बच्चों को पैदा नहीं होने दिया जाता तो मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल का वजूद भी नहीं होता क्योंकि वह अपने भाई-बहनों के बीच आठवें नंबर पर हैं. इसलिए पांच या छह बच्चों को पैदा करने की इजाजत होनी चाहिए.
उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर दो से अधिक बच्चे पैदा करने पर रोक लगायी गयी तो देश को न तो कोई मुख्यमंत्री मिलेगा और न ही कोई प्रधानमंत्री.
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उन्होंने कहा कि सरकार मुसलमानों को नौकरी नहीं देगी, लेकिन मुसलमानों पर इसका कोई असर नहीं पड़ता क्योंकि मुसलमानों को पहले से ही सरकारी नौकरी नहीं मिल रही है.