नई दिल्लीः असम में आए विनाशकारी बाढ़ से असम की खूबसूरती नष्ट होती जा रही है. इसी को लेकर असम के कांग्रेस सांसदों ने संसद भवन में राष्ट्रपति महात्मा गांधी के प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया. और सांसदों ने असम में हुई इस त्रासदी को को राष्ट्रीय समस्या घोषित करने की मांग की है.
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असम में आए बाढ़ से धीरे-धीरे संकट बढ़ता जा रहा है. असम में बाढ़ की स्थिति अभी भी वैसी ही बनी है. इस बाढ़ में असम के 28 जिलों में 18 जिलें जलमग्न हो गए हैं. लोग अपने घरों को छोड़कर बाढ़ राहत शिविर में जाने को मजबूर है. एनडीआरएफ एवं अन्य आपदा दल लोगों की लगातार मदद कर रहे हैं.
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असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुताबिक जोरहाट, बारपेटा तथा धुबरी जिलों में चार लोगों की मौत हुई है. प्राधिकरण ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित 28 जिलों में बारपेटा सबसे ज्यादा प्रभावित है.
बाढ़ में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है