नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि भारत और चीन सीमा पर शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए द्विपक्षीय समझौतों का सम्मान कर रहे हैं. अरुणाचल के हालात पर ईटीवी भारत ने बीजेपी सांसद से खास बातचीत की. उन्होंने कई अहम मुद्दों पर सरकार से नीतियों की समीक्षा करने की अपील की है.
दरअसल, भारत-चीन सीमा पर मौजूदा हालात के पर सदन में राजनाथ सिंह ने कहा कि डोकलाम में दोनों देशों के सशस्त्र बल पूरी तरह से संयम का पालन कर रहे हैं. डोकलाम में 2017 में भारत और चीन की सेनाओं के बीच महीनों तक गतिरोध देखने को मिला था.
पूर्वोत्तर के हालात पर बीजेपी सांसद तापिर गाओ ने बताया कि मैं भारत-चीन सीमा के साथ जमीनी हकीकत से पूरी तरह से वाकिफ हूं. चाहे वह लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश हो, या फिर उत्तराखंड और सिक्किम की घाटियां हों इन सबके बारे में जानता हूं .
गाओ ने कहा कि सरकार के द्वारा इन्डो चाइना बार्डर पर रह रहे गांव के लोगों के लिए सड़क बनाया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि सरकार को प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में संशोधन करना चाहिए. क्योंकि प्रधानमंत्री सड़क योजना के अन्तर्गत वही गांव आते हैं जिनकी जनसंख्या 250 से अधिक होती है.
गाओ ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों में ऐसे भी गांव हैं जिनकी जनसंख्या 250 से कम है. ऐसे में सरकार को चाह्ए कि वो प्रधानमंत्री सड़क योजना में संशोधन करे ताकि इस तरह के छोटे छोटे गांव के लोग लोग अपने बच्चों को पढाने और स्वास्थ्य सुविधाओं के आभाव में शहर की तरफ पलायन कर रहे लोगों को रोका जा सके.
उन्होंने बताया कि मूल सुविधाएं न होने के कारण लोग ऐसे इलाकों से पलायन कर रहे हैं. खाली जगह होने पर वहां चीन के लोग आकर बस जाते हैं. इसलिए गाओ ने सरकार से अपील की है कि अगर इन क्षेत्रों के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में संशोधन किया जाए और वहां से हो रहे पलायन को रोका जाए.
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दरअसल, कांग्रेस सदस्य अधीर रंजन ने राजनाथ सिंह के कथन को सदन में उठाते हुए कहा कि चीन डोकलाम सीमा पर अनुचित हस्तक्षेप देखा गया है, इसके जवाब में सिंह ने कहा कि सरकार पूरी तरह से सुरक्षा को लेकर सतर्क हैं.
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत चीन के बार्डर पर सुरक्षा को ध्यान में देखते हुए सड़कें ,ट्यूनल, रेलवे लाइन,एअरफिल्ड का विकास किया जा रहा है.
रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने वुहान में पिछले वर्ष शिखर बैठक की थी जहां यह फैसला हुआ था कि सीमा पर शांति एवं स्थिरता बरकरार रखी जाएगी. अब दोनों देशों के द्वारा पूर्ण संयम बरता जा रहा है.