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अरुणाचल से पलायन कर रहे हैं लोग, नीतियों की समीक्षा जरूरी : बीजेपी सांसद

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कहा है कि चीन और भारत का दोनों देशों की सेनाएं सीमा पर शांति समझौतों का सम्मान कर रही हैं. उन्होंने बताया है कि बार्डर पर सुरक्षा  को ध्यान में रखते हुए सड़क, रेलवे लाइन और एयरफील्ड जैसी सुविधाओं का विकास किया जा रहा है. जानें पूरा विवरण

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद में अपने वक्तव्य रखते हुए
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Published : Jul 19, 2019, 5:30 PM IST

नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि भारत और चीन सीमा पर शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए द्विपक्षीय समझौतों का सम्मान कर रहे हैं. अरुणाचल के हालात पर ईटीवी भारत ने बीजेपी सांसद से खास बातचीत की. उन्होंने कई अहम मुद्दों पर सरकार से नीतियों की समीक्षा करने की अपील की है.

दरअसल, भारत-चीन सीमा पर मौजूदा हालात के पर सदन में राजनाथ सिंह ने कहा कि डोकलाम में दोनों देशों के सशस्त्र बल पूरी तरह से संयम का पालन कर रहे हैं. डोकलाम में 2017 में भारत और चीन की सेनाओं के बीच महीनों तक गतिरोध देखने को मिला था.

पूर्वोत्तर के हालात पर बीजेपी सांसद तापिर गाओ ने बताया कि मैं भारत-चीन सीमा के साथ जमीनी हकीकत से पूरी तरह से वाकिफ हूं. चाहे वह लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश हो, या फिर उत्तराखंड और सिक्किम की घाटियां हों इन सबके बारे में जानता हूं .

गाओ ने कहा कि सरकार के द्वारा इन्डो चाइना बार्डर पर रह रहे गांव के लोगों के लिए सड़क बनाया जाना चाहिए.

ईटीवी भारत बातचीत करते हुए भाजपा सांसद तापिर गाओ

उन्होंने कहा कि सरकार को प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में संशोधन करना चाहिए. क्योंकि प्रधानमंत्री सड़क योजना के अन्तर्गत वही गांव आते हैं जिनकी जनसंख्या 250 से अधिक होती है.

गाओ ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों में ऐसे भी गांव हैं जिनकी जनसंख्या 250 से कम है. ऐसे में सरकार को चाह्ए कि वो प्रधानमंत्री सड़क योजना में संशोधन करे ताकि इस तरह के छोटे छोटे गांव के लोग लोग अपने बच्चों को पढाने और स्वास्थ्य सुविधाओं के आभाव में शहर की तरफ पलायन कर रहे लोगों को रोका जा सके.

उन्होंने बताया कि मूल सुविधाएं न होने के कारण लोग ऐसे इलाकों से पलायन कर रहे हैं. खाली जगह होने पर वहां चीन के लोग आकर बस जाते हैं. इसलिए गाओ ने सरकार से अपील की है कि अगर इन क्षेत्रों के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में संशोधन किया जाए और वहां से हो रहे पलायन को रोका जाए.

पढे़-मॉनसून सत्र : NRC पर बोले शाह- देश की इंच-इंच जमीन से घुसपैठियों को बाहर किया जाएगा

दरअसल, कांग्रेस सदस्य अधीर रंजन ने राजनाथ सिंह के कथन को सदन में उठाते हुए कहा कि चीन डोकलाम सीमा पर अनुचित हस्तक्षेप देखा गया है, इसके जवाब में सिंह ने कहा कि सरकार पूरी तरह से सुरक्षा को लेकर सतर्क हैं.

राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत चीन के बार्डर पर सुरक्षा को ध्यान में देखते हुए सड़कें ,ट्यूनल, रेलवे लाइन,एअरफिल्ड का विकास किया जा रहा है.

रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने वुहान में पिछले वर्ष शिखर बैठक की थी जहां यह फैसला हुआ था कि सीमा पर शांति एवं स्थिरता बरकरार रखी जाएगी. अब दोनों देशों के द्वारा पूर्ण संयम बरता जा रहा है.

नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि भारत और चीन सीमा पर शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए द्विपक्षीय समझौतों का सम्मान कर रहे हैं. अरुणाचल के हालात पर ईटीवी भारत ने बीजेपी सांसद से खास बातचीत की. उन्होंने कई अहम मुद्दों पर सरकार से नीतियों की समीक्षा करने की अपील की है.

दरअसल, भारत-चीन सीमा पर मौजूदा हालात के पर सदन में राजनाथ सिंह ने कहा कि डोकलाम में दोनों देशों के सशस्त्र बल पूरी तरह से संयम का पालन कर रहे हैं. डोकलाम में 2017 में भारत और चीन की सेनाओं के बीच महीनों तक गतिरोध देखने को मिला था.

पूर्वोत्तर के हालात पर बीजेपी सांसद तापिर गाओ ने बताया कि मैं भारत-चीन सीमा के साथ जमीनी हकीकत से पूरी तरह से वाकिफ हूं. चाहे वह लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश हो, या फिर उत्तराखंड और सिक्किम की घाटियां हों इन सबके बारे में जानता हूं .

गाओ ने कहा कि सरकार के द्वारा इन्डो चाइना बार्डर पर रह रहे गांव के लोगों के लिए सड़क बनाया जाना चाहिए.

ईटीवी भारत बातचीत करते हुए भाजपा सांसद तापिर गाओ

उन्होंने कहा कि सरकार को प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में संशोधन करना चाहिए. क्योंकि प्रधानमंत्री सड़क योजना के अन्तर्गत वही गांव आते हैं जिनकी जनसंख्या 250 से अधिक होती है.

गाओ ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों में ऐसे भी गांव हैं जिनकी जनसंख्या 250 से कम है. ऐसे में सरकार को चाह्ए कि वो प्रधानमंत्री सड़क योजना में संशोधन करे ताकि इस तरह के छोटे छोटे गांव के लोग लोग अपने बच्चों को पढाने और स्वास्थ्य सुविधाओं के आभाव में शहर की तरफ पलायन कर रहे लोगों को रोका जा सके.

उन्होंने बताया कि मूल सुविधाएं न होने के कारण लोग ऐसे इलाकों से पलायन कर रहे हैं. खाली जगह होने पर वहां चीन के लोग आकर बस जाते हैं. इसलिए गाओ ने सरकार से अपील की है कि अगर इन क्षेत्रों के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में संशोधन किया जाए और वहां से हो रहे पलायन को रोका जाए.

पढे़-मॉनसून सत्र : NRC पर बोले शाह- देश की इंच-इंच जमीन से घुसपैठियों को बाहर किया जाएगा

दरअसल, कांग्रेस सदस्य अधीर रंजन ने राजनाथ सिंह के कथन को सदन में उठाते हुए कहा कि चीन डोकलाम सीमा पर अनुचित हस्तक्षेप देखा गया है, इसके जवाब में सिंह ने कहा कि सरकार पूरी तरह से सुरक्षा को लेकर सतर्क हैं.

राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत चीन के बार्डर पर सुरक्षा को ध्यान में देखते हुए सड़कें ,ट्यूनल, रेलवे लाइन,एअरफिल्ड का विकास किया जा रहा है.

रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने वुहान में पिछले वर्ष शिखर बैठक की थी जहां यह फैसला हुआ था कि सीमा पर शांति एवं स्थिरता बरकरार रखी जाएगी. अब दोनों देशों के द्वारा पूर्ण संयम बरता जा रहा है.

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PRI GEN NAT
.NEWDEL PAR10
LS-LD RAJNATH
India, China respecting bilateral pacts for peace at border
         New Delhi, Jul 17 (PTI) India and China are respecting
bilateral pacts to maintain peace and tranquillity along the
border, Defence Minister Rajnath Singh said in Lok Sabha, as
he sought to assuage the opposition's concerns over incidents
of Chinese troops entering Indian territory.
         Both countries have put in a mechanism in place to
control incidents of incursions and transgressions, he said.
         Making a statement on the prevailing situation along the
Sino-Indian border, Singh said there is complete restraint by
armed forces of India and China at Doklam following months
long stand-off between them in 2017.
         The Defence Minister said Prime Minister Narendra Modi
and Chinese President Xi Jinping had an informal summit
meeting at Wuhan where it was decided that peace and
tranquillity will be maintained at the border.
         Singh's statement came after Leader of the Congress Adhir
Ranjan Chowdhary raised the issue of Chinese troops entering
over six km in Demchok in Ladakh.
         He said China has often been transgressing into India and
follows it up with aggressive diplomacy.
         The defence minister wondered as to why the Congress
leader raised the issue in the House and asserted that the
Union government is very much aware of the situation on
India's border and periodically reviews it.
         The government has focused on building infrastructure,
like tunnels, roads, railway lines and air fields, along the
Indo-China border, he said.
         Both governments, Singh said, periodically engage at
different levels, including meetings between their NSAs and
join-secretary-rank officials, he said.
         Following the Wuhan meeting, they have also issued
strategic guidance to their armies, he said.
         "India and China are respecting bilateral pacts to ensure
peace and tranquillity along border," he said.
         Peace has mostly prevailed along the border but
differences in the two countries' perceptions about the
position of the Line of Actual Control has caused unsavoury
incidents at times, he said.
         It has been happening since 1962, he said, referring to
the Indo-China war.
         BJD's B Mehtab stressed on the need to back the
government on the issue and also its foreign policy. The House
should extend full support to Prime Minister Narendra Modi in
one voice, he said. PTI KR ACB
DV
DV
07171341
NNNN
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