नई दिल्ली : : भारत और चीनी सेना के बीच पिछले हफ्ते गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद तनाव कम करने के उद्देश्य से सोमवार को दोनों देशों की सेनाओं के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की बातचीत शुरू हो रही है . यह चर्चा मंगलवार को भी जारी रहेगी.
सूत्र ने कहा कि बैठक में पूर्वी लद्दाख में चल रहे गतिरोध पर चर्चा जरूर होगी. गालवान घाटी पर चीन के दावे और पैंगोंग झील के पास चीनी सैनिकों की तैनाती, सैन्य दृष्टि से बहुत मायने रखती है.
शीर्ष कमांडर चीन के साथ सीमा पर विकसित सैन्य स्थिति के जवाब में भारत की ओर से की गई कार्रवाई पर भी चर्चा करेंगे. इसके अलावा दो दिवसीय बैठक के दौरान परिचालन, प्रशासनिक और मानव संसाधन से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी.
इस बीच ऐसी अपुष्ट रिपोर्ट भी सामने आई है कि चीनी सेना ने सिक्किम की सीमा के भीतर सैन्य गतिविधि बढ़ा दी है.
2017 में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच डोकलाम पठार पर 73 दिन लंबा गतिरोध चला था. यह भारत, चीन और भूटान के बीच स्थित है.
सेना के कमांडरों का सम्मेलन दो वर्षों में एक बार आयोजित किया जाता है. एक सप्ताह तक चलने वाली यह बैठक आमतौर पर मार्च, अप्रैल और अक्टूबर में होती है. इस वर्ष कोविड-19 के चलते इसे स्थगित कर दिया गया था.
ऐसा पहली बार हो रहा है कि सैन्य कमांडरों की बैठक दो चरणों में हो रही है. मई के अखरी सप्ताह में इसका पहला चरण आयोजित किया गया था.
कोरोना वायरस से फैली महामारी के बीच नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान भी लगातार युद्ध विराम का उल्लंघन कर रहा है. सोमवार को भी पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के रजौरी जिले नौशेरा सेक्टर में युद्ध विराम का उल्लंघन किया. इस दौरान एक हवलदार शहीद हो गया था.
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