हैदराबाद : तेलंगाना में महिला पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उसकी हत्या करने वाले चार आरोपियों के शवों का एम्स के फोरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम ने सोमवार को दूसरी बार पोस्टमार्टम किया.
गौरतलब है कि छह दिसंबर को पुलिस के साथ कथित मुठभेड़ में चारों आरोपी मारे गए थे.
तेलंगाना हाईकोर्ट के शनिवार को दिए गए निर्देशानुसार, दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के फोरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम ने यहां सरकारी गांधी अस्पताल में शवों का अंत्य परीक्षण किया.
गांधी अस्पताल के अधीक्षक श्रवण कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि अदालत के आदेशों के अनुसार शव परीक्षा की वीडियोग्राफी की गई. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट और वीडियोग्राफी को अदालत में पेश किया जाएगा.
श्रवण कुमार व्यक्तिगत रूप से हाई कोर्ट पहुंचे और अदालत को बताया कि शव पांच दिनों में पूरी तरह से सड़ जाएंगे, जिसके बाद अदालत ने दूसरी बार शवों के परीक्षण का आदेश दिया. परीक्षण के बाद अब आरोपियों के शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा.
सामाजिक कार्यकर्ता के. सुजाया और अन्य द्वारा दायर एक जनहित याचिका (पीआईएल) पर अदालत ने यह आदेश पारित किया था.
गौरतलब है कि दिशा के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या करने के चारों आरोपी - लॉरी चालक मोहम्मद आरिफ और चिंताकुंटा चेन्नाकेशवुलु, लॉरी क्लीनर जोलू शिवा और जोलू नवीन पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे.
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पुलिस ने दावा किया था कि पुलिस टीम इन आरोपियों को पीड़िता के शव को जलाने के बाद उनके द्वारा छिपाए गए मोबाइल और अन्य सामग्रियों को खोजने गई थी, जहां उन्होंने हथियार छीने व पुलिस पर गोली चलाई और जवाबी कार्रवाई में सभी मारे गए.
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इस मुठभेड़ की सत्यता को लेकर भारी विवाद के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इसकी जांच करने और छह महीने में रिपोर्ट दाखिल करने के लिए एक न्यायिक आयोग का गठन कर रखा है.