हैदराबादः एआईसीटीई यानी ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन ने सभी संबद्ध संस्थानों को निर्देश दिया है कि वे उन छात्रों को पूरी फीस वापस कर दें जो 10 नवंबर 2020 को या उससे पहले अपना प्रवेश वापस लेने का निर्णय लेते हैं.
एआईसीटीई ने हाल ही में अपना शैक्षणिक कैलेंडर भी संशोधित किया है. एआईसीटीई ने इसके बारे में एक विस्तृत अधिसूचना जारी की, जो उन छात्रों के लिए फीस वापसी के संबंध में है जिन्होंने प्रवेश न लेने का फैसला किया है.
परिषद द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि 10 नवंबर 2020 से पहले अपना प्रवेश वापस लेने की स्थिति में संस्थान 1000 रुपये की प्रोसेसिंग फीस काटकर छात्रों की पूरी फीस वापस कर देगा. फीस वापसी के अलावा संस्थानों को प्रवेश के समय छात्रों से लिए गए मूल दस्तावेजों को भी वापस करने के निर्देश दिए गए हैं.
कोरोना वायरस महामारी के संबंध में मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए एआईसीटीई ने संबद्ध संस्थानों को एमबीए और पीजीडीएम पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश के दिशानिर्देशों में भी ढील दी है. एआईसीटीई के अनुसार एमबीए और पीडीजीएम पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए संस्थानों में मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जा सकता है.
हालांकि पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए संस्थानों को परीक्षाओं में छात्रों द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर प्रवेश के लिए मेरिट सूची तैयार करने और प्रकाशित करने की आवश्यकता होगी.
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