कोलकाता: पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के बाद अंतिम चरण के मतदान के लिए सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं. समूचे बंगाल में केंद्रीय बलों की 710 कंपनियां, त्वरित उत्तरदायित्व दलों (क्यूआर टीम) व राज्य पुलिस की तैनाती की गई है.
पश्चिम बंगाल के लिए विशेष पर्यवेक्षक अजय वी. नायक ने शनिवार को कहा, 'सुरक्षा संबंधी सभी प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं. सभी पहलुओं पर विचार करते हुए एहतियाती उपाय किए गए हैं.'
केंद्रीय पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे ने कहा, 'मतदान केंद्रों से 200 मीटर की दूरी तक अपराध दंड संहिता की धारा 144 के तहत निषेधज्ञा लागू कर दी गई है. इसका जो उल्लंघन करेगा उसे तीन साल के लिए सश्रम कारावास के साथ जुर्माना भरना पड़ सकता है.'
उन्होंने कहा कि सभी 17,058 मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बलों की 710 कंपनियों की 100 फीसदी तैनाती रहेगी.
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उन्होंने कहा कि इसके अलावा केंद्रीय बल के एक सहायक कमांडेंट की अगुवाई में 461 क्यूआर टीमें तैनात रहेंगी.
दुबे ने कहा कि कोलकाता पुलिस के पास 178 क्यूआर टीमें हैं. इन टीमों को कहीं से गड़बड़ी की सूचना मिलने पर पांच से सात मिनट के अंदर घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है. जवाबदेही लेने का समय 15 मिनट से ज्यादा नहीं बढ़ाया जाएगा.
उन्होंने कहा कि हर क्यूआर टीम के साथ गाइड के रूप में एक हवलदार और एक संपर्क अधिकारी रहेगा. वे सभी नौ संसदीय क्षेत्रों में लक्षित जगहों पर उपद्रवियों की धरपकड़ और उन्हें हिरासत में लेने के लिए तैयार रहेंगे.
दुबे ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में एहतियात के तौर पर सुरक्षा बलों की गश्त जारी रहेगी.
शहर की पुलिस विभिन्न होटलों पर दबिश देकर पता लगाएंगे कि वहां लोग किस मकसद से ठहरे हुए हैं. राज्य की बाहरी और भीतरी चौकियों पर पुलिस चौकन्नी रहेगी.
राज्य में 19 मई को दमदम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जादवपुर, कोलकाता दक्षिण और कोलकाता उत्तर सीटों पर मतदान होगा. मतगणना 23 मई को होगी.