कानपुर देहात : उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले में अनुसूचित जाति के 70 लोगों ने धर्म परिवर्तन करते हुए एक साथ बौद्ध धर्म को अपना लिया. इन लोगों ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में दलितों के खिलाफ अत्याचार लगातार बढ़ रहा है, जिससे आहत होकर इन्होंने अपना धर्म बदल लिया है.
जनपद में तेजी से बढ़ते जातीय संघर्ष, भेदभाव और छुआछूत से परेशान होकर गजनेर थाना क्षेत्र के मंगटा गांव में अनुसूचित जाति के 70 लोगों ने हिन्दू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म स्वीकार कर लिया है. बता दें कि बीते दिनों यहां पर जातिवाद को लेकर बड़ा विवाद हुआ था, जो पूरे देश में चर्चा का विषय बना था.
जानिए क्या है पूरा मामला
गजनेर थाना क्षेत्र में बीते 13 फरवरी को एक धार्मिक कार्यक्रम हो रहा था. उसी बीच दो जाती के लोगों के बीच खूनी संघर्ष हो गया, इस खूनी संघर्ष में 25 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. घटना को लेकर पीड़ितों की शिकायत पर दूसरी जाति के 45 लोगों पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था. इस घटना से परेशान दलित समाज के 70 लोगों ने बौद्ध धर्म को अपना लिया है.
दलित समाज के लोगों का कहना है कि 'हमारी बिरादरी के काफी लोगों ने बौद्ध धर्म को अपना लिया है. क्योंकि दूसरे धर्म के लोग छुआछूत, भेदभाव नहीं मानते हैं. हमारे कार्यक्रम में ऊंची जाति के लोग शामिल नहीं होते है, इसी के चलते इन सभी कारणों से परेशान होकर धर्म परिवर्तन किया है.'