नई दिल्ली : कोरोना वायरस के मामले राजधानी दिल्ली में जिस तरह से बढ़ रहे हैं, उसे लेकर तिहाड़ जेल प्रशासन भी अलर्ट है. यहां पर बड़ी संख्या में कैदी बंद हैं, जिसके चलते उनके बीच भी कोरोना वायरस फैलने का खतरा है. इसे ध्यान में रखते हुए तिहाड़ प्रशासन की तरफ से अब तक 3350 कैदियों को अंतरिम जमानत और इमरजेंसी पैरोल पर छोड़ा गया है. इसकी अवधि 45 से 60 दिन की होगी.
तिहाड़ जेल प्रशासन के अनुसार तिहाड़ जेल पर कैदियों का अतिरिक्त बोझ है. यहां पर तय संख्या से डेढ़ गुना कैदी रह रहे हैं. अभी के माहौल में तिहाड़ जेल के अंदर कैदियों की ज्यादा संख्या उनको कोरोना संक्रमण की तरफ धकेल सकती है. अगर तिहाड़ जेल में किसी को कोरोना हुआ तो वह तेजी से फैल जाएगा. इसके लिए सरकार एवं गृह मंत्रालय को उनकी तरफ से कुछ कैदियों को छोड़ने के लिए एक प्रस्ताव भेजा गया था. इस पर जिस तरीके से सहमति बनती जा रही है, उतने कैदी छोड़े जा रहे हैं.
अब तक 3350 कैदियों को छोड़ा गया
तिहाड़ जेल सूत्रों ने बताया कि दिल्ली सरकार से अनुमति लेने के बाद अब तक कुल 3350 कैदियों को जेल से छोड़ा गया है. छोड़े गए कैदियों में विचाराधीन और सजा पाए चुके कैदी शामिल हैं. इस कड़ी में तिहाड़ जेल से अंतरिम जमानत पर 2300 कैदियों को जबकि इमरजेंसी पैरोल पर 1050 कैदियों को छोड़ा गया है. इमरजेंसी पैरोल 8 सप्ताह के लिए दी गई है, जबकि अंतरिम जमानत 45 दिनों के लिए दी गई है. इस अवधि के खत्म होने पर इन कैदियों को जेल जाकर आत्मसमर्पण करना होगा.
विचाराधीन कैदियों को छोड़ने से भीड़ कम होगी
तिहाड़ प्रशासन का कहना है कि राजधानी में फैल रहे कोरोना वायरस के चलते तिहाड़ जेल में विचाराधीन कैदियों की भीड़ को कम करना है. इसके चलते कैदियों को लगातार छोड़ा जा रहा है. छोड़े गए इन कैदियों का चयन उनके व्यवहार को देखते हुए किया गया है.