अजमेर : अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले में देश-विदेश से पशुपालक अपने पशुओं को लेकर आए हुए हैं. इन पशुओं में 15 करोड़ का मुर्रा नस्ल का 1300 किलो वजनी भीम नाम का भैंसा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
इसकी खास बात यह है कि मेले में इसे बेचने के लिए नहीं बल्कि पशुपालकों के लिए आयोजित प्रदर्शनी के लिए लाया गया हैं. ताकि पशुपालक अपने पशुओं की नस्ल को भी उन्नत बनाने के लिए इससे प्रेरणा ले सकें.
भीम जितना भारी है. उतनी ही इसकी कीमत है. और तो और भीमा की डाइट भी मामूली नहीं है. 15 करोड़ के भीमा की कीमत एक विदेशी लग्जरी कार से भी कहीं ज्यादा है. जो भी भीम को देखता है उसके साथ फोटो खिंचवाना नहीं भूलता.
डाइटिशियन बनाते हैं डाइट चार्ट
भीम के मालिक अरविंद जांगिड़ जोधपुर के निवासी हैं. अरविंद बताते हैं कि बचपन से ही भीम को विशेष ख्याल रखा गया. चिकित्सकों की सलाह से उसे हर रोज 20 किलो दूध और एक किलो लापसी दी जाती है. उन्होंने यह भी बताया कि भीम का वजन 1300 किलो है. इसके वजन को मेंटेन किया गया है. इसे ज्यादा वजन होने पर भीम के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है.
पढे़ं - अंतराष्ट्रीय पुष्कर मेले में पुलिस ने किए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
अरविंद ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में बताया कि वह भैंसे का सिमन पशु मेले में लेकर आए हैं, ताकि पशुपालक अपने पशुओं की नस्ल में सुधार कर सकें. उन्होंने बताया कि बाजार में भीम का सिमन डुप्लीकेट मिल रहा है. असली सीमन वह खुद पशुपालकों को देते हैं. अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले में भीम भैंसा दूसरी बार आया है. देसी और विदेशी पर्यटकों के लिए भीम आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.