ईंधन की बढ़ती कीमतों को लेकर आज भारत बंद का आह्वान किया गया है. इसको लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'रोज़गार बंद, महंगाई बुलंद, सरकार मस्त, आंखें बंद इसलिए भारत बंद.'
जीएसटी, पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर व्यापारियों का आज भारत बंद
16:23 February 26
राहुल गांधी ने किया भारत बंद का समर्थन
13:23 February 26
ओडिशा में दुकानें और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे क्योंकि ओडिशा ट्रेडर्स एसोसिएशन ने शुक्रवार को भारत बंद को समर्थन दिया. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), ईंधन की कीमत में बढ़ोतरी और ई-वे बिल के विरोध में 12 घंटे के बंद का समर्थन किया.
बंद का असर राज्य के विभिन्न जगहों पर देखा गया। भुवनेश्वर, कटक, राउरकेला, बालासोर और बेरहामपुर और अन्य स्थानों पर दुकानें और अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहे. हालांकि, बंद के कारण आवश्यक सेवाओं और वाहनों की आवाजाही प्रभावित नहीं हुई. कुछ स्थानों पर व्यापारियों ने बंद के समर्थन में रैलियां भी निकालीं.
ओडिशा ट्रेडर्स एसोसिएशन के महासचिव सुधाकर पांडा ने कहा, सरकार जीएसटी का दावा एक सरल कराधान प्रक्रिया के रूप में करती है, लेकिन इसमें काफी जटिलताएं हैं. हम जीएसटी के सरलीकरण के प्रावधानों की समीक्षा की मांग करते हैं. हम ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी और ई-वे बिल का भी विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बंद शांतिपूर्ण और सफल रहा है.
राज्य सरकार ने जिला कलेक्टरों को कानून-व्यवस्था बनाए रखने और भारत बंद के मद्देनजर जिलों में आवश्यक सेवाओं के रखरखाव को सुनिश्चित करने को कहा है.
11:16 February 26
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस(AIMTC) कोर कमेटी के चेयरमैन बाल मलकीत सिंह ने कहा कि आज व्यापारियों ने भारत बंद बुलाया है, कुछ संस्थाओं ने इसका समर्थन किया है. ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस इसका समर्थन नहीं करती है, ये बंद सिर्फ कागजों में है जमीनी स्तर पर नहीं.
11:14 February 26
कोलकाता के बीरभूम में अखिल भारतीय व्यापारियों के महासंघ ने आज ईंधन की कीमतों में वृद्धि, नए ई-वे बिल और GST के विरोध में देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है.
10:53 February 26
भारत बंद के आह्वान पर पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में दुकानें बंद रहीं. सिलीगुड़ी मर्चेंट एसोसिएशन के महासचिव ने बताया, आज सब थोक बाज़ार बंद रहेंगे.
06:23 February 26
भारत बंद
नई दिल्ली : व्यापारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) तथा ई-कॉमर्स के मुद्दे पर शुक्रवार यानी की आज 'भारत व्यापार बंद' (राष्ट्रव्यापी बंद) का आह्वान किया है.
कैट का दावा है कि भारत व्यापार बंद में 40,000 से अधिक व्यापारिक संगठनों के आठ करोड़ व्यापारी शामिल होंगे. वहीं कुछ अन्य व्यापारी संगठनों ने कहा कि वे बंद का समर्थन नहीं कर रहे हैं.
कैट ने कहा कि एक करोड़ ट्रांसपोर्टरों का प्रतिनिधित्व करने वाली ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने बंद का समर्थन किया है. हॉकरों के राष्ट्रीय संगठन हॉकर्स संयुक्त कार्रवाई समिति ने भी बंद का समर्थन किया है.
हालांकि, अन्य व्यापारी संगठनों मसलन फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल और भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने कहा कि वे बंद का समर्थन नहीं कर रहे हैं.
कैट के महासचिव प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि सभी राज्यों के 1,500 बड़े और छोटे संगठन जीएसटी संशोधन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि आवश्यक सेवाओं मसलन दवा की दुकानों, दूध और सब्जी की दुकानों को बंद से बाहर रखा गया है.
वहीं फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव वी के बंसल ने कहा कि कुछ मांगों के समर्थन में हम दुकानें बंद करने के पक्ष में नहीं हैं. हालांकि, हमारा मानना है कि पिछले 43 माह के दौरान जीएसटी अपने मूल उद्देश्य से भटक गया है.
भारतीय उद्योग व्यापार मंडल दिल्ली के महासचिव राकेश यादव ने कहा कि हम बंद का समर्थन नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके संगठन ने सरकार को जीएसटी से संबंधित मुद्दों पर ज्ञापन दिया है.
दिल्ली की सीमाओं पर नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने बृहस्पतिवार को किसानों से 26 फरवरी को परिवहन एवं श्रमिक संघों द्वारा बुलाये गये भारत बंद में शांतिपूर्ण तरीके से भाग लेने की अपील की.
व्यापारियों के संगठन कैट ने कहा है कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी)व्यवस्था के प्रावधानों की समीक्षा की मांग को लेकर बुलाये गये भारत बंद के मद्देनजर 26 फरवरी को देशभर में सभी वाणिज्यिक बाजार बंद रहेंगे.
मोर्चा ने एक बयान में कहा कि वह परिवहन एवं श्रमिक संगठनों द्वारा शुक्रवार को बुलाए गए भारत बंद का समर्थन करता है.
उसने कहा, हम देश के सभी किसानों से भारत बंद के प्रदर्शनकारियों का शांतिपूर्ण ढंग से समर्थन करने और बंद को सफल बनाने की अपील करते हैं.
16:23 February 26
राहुल गांधी ने किया भारत बंद का समर्थन
ईंधन की बढ़ती कीमतों को लेकर आज भारत बंद का आह्वान किया गया है. इसको लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'रोज़गार बंद, महंगाई बुलंद, सरकार मस्त, आंखें बंद इसलिए भारत बंद.'
13:23 February 26
ओडिशा में दुकानें और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे क्योंकि ओडिशा ट्रेडर्स एसोसिएशन ने शुक्रवार को भारत बंद को समर्थन दिया. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), ईंधन की कीमत में बढ़ोतरी और ई-वे बिल के विरोध में 12 घंटे के बंद का समर्थन किया.
बंद का असर राज्य के विभिन्न जगहों पर देखा गया। भुवनेश्वर, कटक, राउरकेला, बालासोर और बेरहामपुर और अन्य स्थानों पर दुकानें और अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहे. हालांकि, बंद के कारण आवश्यक सेवाओं और वाहनों की आवाजाही प्रभावित नहीं हुई. कुछ स्थानों पर व्यापारियों ने बंद के समर्थन में रैलियां भी निकालीं.
ओडिशा ट्रेडर्स एसोसिएशन के महासचिव सुधाकर पांडा ने कहा, सरकार जीएसटी का दावा एक सरल कराधान प्रक्रिया के रूप में करती है, लेकिन इसमें काफी जटिलताएं हैं. हम जीएसटी के सरलीकरण के प्रावधानों की समीक्षा की मांग करते हैं. हम ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी और ई-वे बिल का भी विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बंद शांतिपूर्ण और सफल रहा है.
राज्य सरकार ने जिला कलेक्टरों को कानून-व्यवस्था बनाए रखने और भारत बंद के मद्देनजर जिलों में आवश्यक सेवाओं के रखरखाव को सुनिश्चित करने को कहा है.
11:16 February 26
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस(AIMTC) कोर कमेटी के चेयरमैन बाल मलकीत सिंह ने कहा कि आज व्यापारियों ने भारत बंद बुलाया है, कुछ संस्थाओं ने इसका समर्थन किया है. ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस इसका समर्थन नहीं करती है, ये बंद सिर्फ कागजों में है जमीनी स्तर पर नहीं.
11:14 February 26
कोलकाता के बीरभूम में अखिल भारतीय व्यापारियों के महासंघ ने आज ईंधन की कीमतों में वृद्धि, नए ई-वे बिल और GST के विरोध में देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है.
10:53 February 26
भारत बंद के आह्वान पर पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में दुकानें बंद रहीं. सिलीगुड़ी मर्चेंट एसोसिएशन के महासचिव ने बताया, आज सब थोक बाज़ार बंद रहेंगे.
06:23 February 26
भारत बंद
नई दिल्ली : व्यापारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) तथा ई-कॉमर्स के मुद्दे पर शुक्रवार यानी की आज 'भारत व्यापार बंद' (राष्ट्रव्यापी बंद) का आह्वान किया है.
कैट का दावा है कि भारत व्यापार बंद में 40,000 से अधिक व्यापारिक संगठनों के आठ करोड़ व्यापारी शामिल होंगे. वहीं कुछ अन्य व्यापारी संगठनों ने कहा कि वे बंद का समर्थन नहीं कर रहे हैं.
कैट ने कहा कि एक करोड़ ट्रांसपोर्टरों का प्रतिनिधित्व करने वाली ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने बंद का समर्थन किया है. हॉकरों के राष्ट्रीय संगठन हॉकर्स संयुक्त कार्रवाई समिति ने भी बंद का समर्थन किया है.
हालांकि, अन्य व्यापारी संगठनों मसलन फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल और भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने कहा कि वे बंद का समर्थन नहीं कर रहे हैं.
कैट के महासचिव प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि सभी राज्यों के 1,500 बड़े और छोटे संगठन जीएसटी संशोधन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि आवश्यक सेवाओं मसलन दवा की दुकानों, दूध और सब्जी की दुकानों को बंद से बाहर रखा गया है.
वहीं फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव वी के बंसल ने कहा कि कुछ मांगों के समर्थन में हम दुकानें बंद करने के पक्ष में नहीं हैं. हालांकि, हमारा मानना है कि पिछले 43 माह के दौरान जीएसटी अपने मूल उद्देश्य से भटक गया है.
भारतीय उद्योग व्यापार मंडल दिल्ली के महासचिव राकेश यादव ने कहा कि हम बंद का समर्थन नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके संगठन ने सरकार को जीएसटी से संबंधित मुद्दों पर ज्ञापन दिया है.
दिल्ली की सीमाओं पर नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने बृहस्पतिवार को किसानों से 26 फरवरी को परिवहन एवं श्रमिक संघों द्वारा बुलाये गये भारत बंद में शांतिपूर्ण तरीके से भाग लेने की अपील की.
व्यापारियों के संगठन कैट ने कहा है कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी)व्यवस्था के प्रावधानों की समीक्षा की मांग को लेकर बुलाये गये भारत बंद के मद्देनजर 26 फरवरी को देशभर में सभी वाणिज्यिक बाजार बंद रहेंगे.
मोर्चा ने एक बयान में कहा कि वह परिवहन एवं श्रमिक संगठनों द्वारा शुक्रवार को बुलाए गए भारत बंद का समर्थन करता है.
उसने कहा, हम देश के सभी किसानों से भारत बंद के प्रदर्शनकारियों का शांतिपूर्ण ढंग से समर्थन करने और बंद को सफल बनाने की अपील करते हैं.