कोलकाता (पश्चिम बंगाल): पश्चिम बंगाल सरकार ने शनिवार को कोलकाता में उन निवासियों और दुकान मालिकों को मुआवजा देने का फैसला किया, जिनके घर या दुकान कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (केआरएमसीएल) द्वारा मेट्रो निर्माण कार्य के कारण प्रभावित हुए हैं. राज्य सरकार ने शहर के बाउबाजार इलाके में जिन परिवारों के घर में दरार आ गई है, उन्हें 5-5 लाख रुपये मुआवजा देने का फैसला किया है.
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इस बीच उक्त क्षेत्र के घरों में धंसने और दरारों से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा करने के लिए हुई बैठक में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार ने आजीविका के नुकसान की भरपाई करने का भी फैसला किया है. आजीविका के नुकसान आधार पर कोलकाता नगर निगम की देखरेख में मुआवजे का फॉर्मूला बनाया जाएगा. यह मुआवजा दुकानों के स्क्वेयर फीट एरिया के हिसाब से दिया जाएगा. बैठक इस विचार के साथ समाप्त हुई कि जिन भवनों और दुकानों की मरम्मत नहीं की जा सकती है, उन्हें फिर से बनाया जाएगा.
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सचिवालय में राज्य की मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच बैठक हुई. इससे पहले, पूर्व-पश्चिम मेट्रो रेल परियोजना के कारण 18 इमारतों में बड़ी दरारें आ गई थीं. भूमिगत सुरंग बनानै के काम के कारण घरों में गंभीर दरारें विकसित हो गई थी. जिसके बाद एक सितंबर, 2019 को बोबाजार के लगभग 254 निवासियों को अलग-अलग होटलों में स्थानांतरित कर दिया गया था. घरों में दरारें आने के बाद इस साल 15 मई को बाउबाजार में दुर्गा पिटुरी लेन के निवासियों को खाली करा लिया गया था. निवासियों ने मई में कहा था हमें एक होटल में रखा गया है. यहां एक कमरे में लगभग पांच से छह लोगों को रखा गया है. हमें सरकार से और मदद की उम्मीद है.
(एएनआई)