कोलकाता: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शुक्रवार को कहा कि छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर हमले के लिए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता शाहजहां शेख की गिरफ्तारी में देरी को लेकर राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण से वह आश्वस्त हैं. बोस ने कहा कि हालांकि वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ अपनी मुलाकात के बारे में अधिक खुलासा नहीं करना चाहते थे क्योंकि जांच अभी भी जारी है.
घटना की जांच के बारे में दी जानकारी : बोस ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने मुझे जो बताया है, वह हमें परेशान कर रहे कुछ ज्वलंत मुद्दों पर राज्य सरकार की सुविचारित राय है विशेषतौर पर ईडी के उत्पीड़न की पृष्ठभूमि में. उन्होंने मुझे कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी है जिसे मैं गोपनीय रखना चाहूंगा क्योंकि जांच अभी भी जारी है. मुख्य सचिव बी. पी. गोपालिका, गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती और पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने राजभवन में बृहस्पतिवार शाम बोस से मुलाकात की और उन्हें संदेशखाली में हुई घटना की जांच के बारे में जानकारी दी.
बैठक करीब एक घंटे तक चली : राजभवन के सूत्रों ने बताया कि बैठक करीब एक घंटे तक चली. यह पूछे जाने पर कि शाहजहां को तुरंत गिरफ्तार करने के राज्यपाल के निर्देश पर अधिकारियों के क्या जवाब थे बोस ने कहा कि मेरा बयान रिकॉर्ड पर है और इसमें देरी क्यों हुई, इसका कारण मुझे बताया गया है. मैं आश्वस्त हूं और इससे संबंधित विवरण नहीं देना चाहता क्योंकि जांच अभी भी जारी है. बोस ने राज्य सरकार से राशन घोटाले की कार्यवाही के बारे में जानकारी देने को कहा था और इस संबंध में तीन वरिष्ठ अधिकारियों को उनसे मिलने के लिए बुलाया था.
कर्तव्यपालन में विफल रहने वाले पुलिस अधिकारियों को भी करें दंडित : शनिवार को, राज्यपाल ने राज्य सरकार से एक रिपोर्ट पेश करने को कहा था कि शाहजहां को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया. उन्होंने यह भी स्पष्ट करने को कहा था कि क्या वह भारत में था या सीमा पार कर गया था. उन्होंने राज्य सरकार से कानून और व्यवस्था मशीनरी की विफलता के लिए जिम्मेदारी तय करने और अपने कर्तव्यपालन में विफल रहने वाले पुलिस अधिकारियों को दंडित करने के लिए भी कहा था.
पांच जनवरी को ईडी के तीन अधिकारियों पर हुआ था हमला: पांच जनवरी को, प्रवर्तन विभाग (ईडी) के तीन अधिकारियों पर टीएमसी नेता शाहजहां शेख के समर्थकों द्वारा कथित तौर पर हमला किया गया था और उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. कथित घटना के दौरान अधिकारी राशन वितरण घोटाले की जांच के सिलसिले में उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखली में शाहजहां शेख के आवास पर छापा मारने की कोशिश कर रहे थे.