बस्ती : जिले में दिवाली के दिन महिला पीसीएस अफसर से नायब तहसीलदार ने रेप की कोशिश की थी. विरोध करने पर हत्या का भी प्रयास किया था. महिला अफसर की शिकायत के बाद कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था. आरोपी घटना के बाद से ही फरार चल रहा था. पीड़िता का वीडियो सामने आने के बाद मामला सीएम तक पहुंच गया था. इसके बाद पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छह टीमों का गठन किया था. सोमवार की दोपहर पुलिस ने आरोपी नायब तहसीलदार को गिरफ्तार कर लिया. वह विदेशी भागने की तैयारी में था.
नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला व महिला नायब तहसीलदार के आवास आसपास ही थे. दोनों की तैनाती भी एक ही तहसील में थी. महिला नायब तहसीलदार ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया था कि दिवाली के दिन घनश्याम शुक्ला ने आवास में घुसकर उनके साथ रेप करने की कोशिश की. विरोध करने पर हत्या का भी प्रयास किया. महिला अफसर की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया. इसके बाद महिला अफसर ने वीडियो जारी कर पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया था. इसके बाद मामला सीएम तक पहुंच गया, फिर पुलिस अफसर गंभीर हुए. आरोपी पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए छह टीमें भी गठित कर दी. आरोपी की गिरफ्तारी पर 25 हजार का इनाम भी रखा गया था. बस्ती के कोतवाल विनय पाठक के मुताबिक इनामी भगोड़ा नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला को रोडवेज तिराहे से पकड़ लिया गया. मुखबिर की सूचना पर पुलिस को यह कामयाबी मिली. मामले में 17 नवंबर को मुकदमा दर्ज किया गया था.
विशाखा कमेटी ने अफसर के चरित्र पर ही उठा दिए थे सवाल : मामले की जांच के लिए डीएम के नेतृत्व में विशाखा कमेटी का गठन हुआ था. कमेटी ने महिला अफसर को ही कटघरे में खड़ा कर दिया था. बताया था कि महिला और आरोपी में पहले से ही बातचीत होती थी. घटना के दिन कोई तीसरा युवक भी मौजूद था. घटना वाले दिन आवास में युवक से महिला अधिकारी का झगड़ा हो रहा था. इसे सुनकर घनश्याम शुक्ला बीच-बचाव करने गए थे. इस बीच युवक भाग गया. उसे पकड़ने के लिए दौड़े तो नायब तहसीलदार का चप्पल महिला अफसर के कमरे में ही छूट गया. आरोपी नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला को क्लीन चिट देने की कोशिश में पीड़ित महिला नायब तहसीलदार के चरित्र पर ही सवाल खड़े कर दिए गए थे.
एसपी ने खारिज कर दी थी रिपोर्ट : विशाखा कमेटी की रिपोर्ट को एसपी ने खारिज कर दिया था. रिपोर्ट आने के बाद महिला अफसर ने मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव गृह से भी न्याय की गुहार लगाई थी. पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए शासन ने जिला प्रशासन को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए. एसपी गोपाल कृष्ण चौधरी ने रविवार को एक बयान जारी कर मीडिया को बताया था कि पुलिस की जांच में आरोपी घनश्याम शुक्ला दोषी पाए गए हैं. उन्होंने विशाखा की जांच टीम को गलत बयान दिया था. फिलहाल विशाखा कमेटी की थ्यौरी पूरी तरह गलत साबित हुई.
जांच के लिए आ सकती हैं आईएएस रोशन जैकब : मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी नायब तहसीलदार जिले में ही मंडरा रहे थे. घनश्याम शुक्ला एक गांजा माफिया के साथ बाइक पर बैठकर जिले से भाग गए थे. सीएम के संज्ञान में मामला आने पर घनश्याम शुक्ला को सस्पेंड कर उनकी गिरफ्तारी पर 25 हजार का इनाम रखा गया. पूरे प्रकरण की जांच शासन ने तेजतर्रार महिला आईएएस रोशन जैकब को सौंपी है. वह कभी भी बस्ती में जांच के लिए आ सकती हैं.
महिला पीसीएस अफसर से रेप की कोशिश: आरोपी नायब तहसीलदार सस्पेंड, गिरफ्तारी के लिए छह टीमें गठित