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Bageshwar Baba: बागेश्वर बाबा की हनुमंत कथा का चौथा दिन समाप्त, जानें दिनभर की हर हलचल - बिहार में बागेश्वर बाबा

मंगलवार को बिहार में बागेश्वर बाबा की हनुमंत कथा का चौथा दिन था. हर दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ कथा में बढ़ती जा रही है. बाबा ने पहले दिन बता दिया था कि उनके इरादे हिन्दू-हिन्दू वाले हैं. इसलिए आज की कथा के दौरान ही उन्होंने हिन्दू राष्ट्र की बात का संकल्प श्रद्धालुओं से दिलवाया. इस बयान पर दिनभर बयानबाजियों का दौर चला. जितना आस्था का सैलाब उमड़ा था, उतना ही सियासत भी अथाह होती रही. जानें आज बागेश्वर दरबार में दिनभर क्या-क्या हुआ? पढ़ें पूरी खबर-

Bageshwar Baba
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Published : May 16, 2023, 9:14 PM IST

Updated : May 17, 2023, 8:39 AM IST

बागेश्वर बाबा ने हनुमान मंदिर में किया दर्शन पूजन

पटना: बिहार की राजधानी पटना से 27 किलोमीटर दूर तरेत पाली मठ में बागेश्वर बाबा का दरबार लगा है. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पांचवे दिन भी उमड़ी रही. चौथे दिन की कथा के लिए जब बाबा होटल पनास से निकले तो रोज की तरह उनके रास्ते में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कार की छत से बाहर निकलकर सभी का अभिवादन स्वीकार किया. वहां से बागेश्वर बाबा ने पटना के हनुमान मंदिर में पूजन किया फिर तरेत पाली मठ यानी कथा स्थल की ओर रवाना हुए.

ये भी पढ़ें- Bageshwar Baba: बाबा के दर्शन के लिए कड़ी धूप के बावजूद होटल के बाहर भक्तों का जमावड़ा, 'हरेराम' का कीर्तन कर काटा समय

बागेश्वर बाबा ने चला हिन्दू राष्ट्र वाला कार्ड: तरेत पाली मठ में पहुंचकर उन्होंने हनुमंत कथा की शुरूआत की. भक्तों का सैलाब कथा सुनने उमड़ा हुआ था. इसी दौरान उन्होंने बागेश्वर बाबा के भक्तों से कहा कि बिहार में लगभग 14 करोड़ लोग रहते हैं इनमें से सिर्फ 5 करोड़ लोग ही अगर अपने-अपने घरों पर धर्म ध्वजा और माथे पर तिलक लगाएंगे तो ये देश हिन्दू राष्ट्र की ओर अग्रसर हो जाएगा.

बयान पर सियासत तेज: बागेश्वर बाबा के इसी बयान पर बिहार में बवाल शुरू हो गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर अन्य सत्ताधारी दलों के नेताओं ने धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को आड़े हाथों लिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बागेश्वर बाबा के बयान पर हैरानी जताते हुए कहा कि नया नामकरण संभव ही नहीं है. वहीं आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बागेश्वर बाबा के बयान के देश को तोड़ने वाला करार दिया. तेजप्रताप ने भी बागेश्वर बाबा के खिलाफ मोर्चा खोले रखा. इस दौरान उन्होंने कहा कि वो किसी ऐसे आबा-बाबा-टाबा को नहीं जानते.

'इतनी भीड़ तो सीएम की रैलियों में भी नहीं..' : बागेश्वर बाबा की हनुमंत कथा में इतनी भीड़ उमड़ रही है कि आयोजकों को श्रद्धालुओं से अपील करनी पड़ रही है कि कम ही संख्या में लोग यहां पर आएं. पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने भी भीड़ को देखते हुए अपने ऑफिशियल ट्विटर पर बयान जारी किया कि जितनी भीड़ सीएम या नेताओं को पैसे दे-देकर बसों को बुक कराने के बाद नहीं आती उसकी दोगुनी तो यहां बाबा को देखने के लिए पागल हुई है. सनातन की ऐसी अलख जगी है कि बिरले ही मिलती है.

तेजप्रताप का बागेश्वर पर निशाना: बिहार में बागेश्वर बाबा का दरबार लगा हुआ है. एक ओर जहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है. एक झलक पाने के लिए लोग बेताब हो रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर सियासत भी धुआंधार हो रही है. इसी कड़ी में लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने बागेश्वर बाबा के अस्तित्व को ही नकार दिया. उन्होंने कहा कि 'बागेश्वर बाबा कौन हैं?' वो सिर्फ देवरहा बाबा को मानते हैं जिनकी कृपा और आशीर्वाद से उनका जन्म हुआ. इसके अलावा वो किसी आबा, बाबा, टाबा को नहीं जानते.

''असली बाबा देवरहा बाबा हैं. हम उन्हीं को सिर्फ मानते हैं. उसके अलावा हम किसी आबा, बाबा को नहीं जानते. ये बिहारियों को पागल बोलकर गाली देने का काम कर रहे हैं. बिहार में राम राज्य नहीं कृष्ण का राज है. हम यदुवंशियों का राज है. हम उन्ही के वंशज हैं''- तेजप्रताप यादव, मंत्री, बिहार सरकार

कल बाबा के दरबार का आखिरी दिन: बता दें कि बागेश्वर बाबा धीरेन्द्र शास्त्री पटना के तरेत पाली में हनुमत कथा कह रहे हैं. 17 मई को उनके कार्यक्रम का आखिरी दिन है. पिछले 4 दिनों से लाखों की संख्या में लोग तरेत पाली मठ पहुंच रहे हैं.

बागेश्वर बाबा ने हनुमान मंदिर में किया दर्शन पूजन

पटना: बिहार की राजधानी पटना से 27 किलोमीटर दूर तरेत पाली मठ में बागेश्वर बाबा का दरबार लगा है. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पांचवे दिन भी उमड़ी रही. चौथे दिन की कथा के लिए जब बाबा होटल पनास से निकले तो रोज की तरह उनके रास्ते में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कार की छत से बाहर निकलकर सभी का अभिवादन स्वीकार किया. वहां से बागेश्वर बाबा ने पटना के हनुमान मंदिर में पूजन किया फिर तरेत पाली मठ यानी कथा स्थल की ओर रवाना हुए.

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बागेश्वर बाबा ने चला हिन्दू राष्ट्र वाला कार्ड: तरेत पाली मठ में पहुंचकर उन्होंने हनुमंत कथा की शुरूआत की. भक्तों का सैलाब कथा सुनने उमड़ा हुआ था. इसी दौरान उन्होंने बागेश्वर बाबा के भक्तों से कहा कि बिहार में लगभग 14 करोड़ लोग रहते हैं इनमें से सिर्फ 5 करोड़ लोग ही अगर अपने-अपने घरों पर धर्म ध्वजा और माथे पर तिलक लगाएंगे तो ये देश हिन्दू राष्ट्र की ओर अग्रसर हो जाएगा.

बयान पर सियासत तेज: बागेश्वर बाबा के इसी बयान पर बिहार में बवाल शुरू हो गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर अन्य सत्ताधारी दलों के नेताओं ने धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को आड़े हाथों लिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बागेश्वर बाबा के बयान पर हैरानी जताते हुए कहा कि नया नामकरण संभव ही नहीं है. वहीं आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बागेश्वर बाबा के बयान के देश को तोड़ने वाला करार दिया. तेजप्रताप ने भी बागेश्वर बाबा के खिलाफ मोर्चा खोले रखा. इस दौरान उन्होंने कहा कि वो किसी ऐसे आबा-बाबा-टाबा को नहीं जानते.

'इतनी भीड़ तो सीएम की रैलियों में भी नहीं..' : बागेश्वर बाबा की हनुमंत कथा में इतनी भीड़ उमड़ रही है कि आयोजकों को श्रद्धालुओं से अपील करनी पड़ रही है कि कम ही संख्या में लोग यहां पर आएं. पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने भी भीड़ को देखते हुए अपने ऑफिशियल ट्विटर पर बयान जारी किया कि जितनी भीड़ सीएम या नेताओं को पैसे दे-देकर बसों को बुक कराने के बाद नहीं आती उसकी दोगुनी तो यहां बाबा को देखने के लिए पागल हुई है. सनातन की ऐसी अलख जगी है कि बिरले ही मिलती है.

तेजप्रताप का बागेश्वर पर निशाना: बिहार में बागेश्वर बाबा का दरबार लगा हुआ है. एक ओर जहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है. एक झलक पाने के लिए लोग बेताब हो रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर सियासत भी धुआंधार हो रही है. इसी कड़ी में लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने बागेश्वर बाबा के अस्तित्व को ही नकार दिया. उन्होंने कहा कि 'बागेश्वर बाबा कौन हैं?' वो सिर्फ देवरहा बाबा को मानते हैं जिनकी कृपा और आशीर्वाद से उनका जन्म हुआ. इसके अलावा वो किसी आबा, बाबा, टाबा को नहीं जानते.

''असली बाबा देवरहा बाबा हैं. हम उन्हीं को सिर्फ मानते हैं. उसके अलावा हम किसी आबा, बाबा को नहीं जानते. ये बिहारियों को पागल बोलकर गाली देने का काम कर रहे हैं. बिहार में राम राज्य नहीं कृष्ण का राज है. हम यदुवंशियों का राज है. हम उन्ही के वंशज हैं''- तेजप्रताप यादव, मंत्री, बिहार सरकार

कल बाबा के दरबार का आखिरी दिन: बता दें कि बागेश्वर बाबा धीरेन्द्र शास्त्री पटना के तरेत पाली में हनुमत कथा कह रहे हैं. 17 मई को उनके कार्यक्रम का आखिरी दिन है. पिछले 4 दिनों से लाखों की संख्या में लोग तरेत पाली मठ पहुंच रहे हैं.

Last Updated : May 17, 2023, 8:39 AM IST
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