नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं. उसने रूस की युद्ध क्षमता को प्रभावित करने के लिए 16 मंत्रियाें को यात्रा से प्रतिबंधित करने के साथ ही रूस से सोने का आयात पर भी रोक लगा दी है. ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस संबंध में जानकारी दी.
प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने रविवार को कीव का दौरा किया, जहां उन्होंने राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात. उन्होंने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए यूक्रेन के बहादुर लोगों को समर्थन व्यक्त किया. यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री अल्बनीज ने पहली बार यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के कारण हुई तबाही को देखा. बैठक के दौरान ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने 16 अतिरिक्त रूसी मंत्रियों पर लक्षित वित्तीय प्रतिबंध और यात्रा प्रतिबंध लगाने की घोषणा की.
उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया कनाडा, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित भागीदारों के साथ मिलकर युद्ध को वित्तपोषित करने की रूस की क्षमता को कम करने के लिए रूसी सोने के आयात पर प्रतिबंध लगाएगा. राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के अनुरोध के बाद ऑस्ट्रेलिया यूक्रेन को 99.5 मिलियन डॉलर की सहायता का नया पैकेज देगा. इसमें 14 बख़्तरबंद गाड़ियां, 20 बुशमास्टर-प्रोटेक्टेड व्हीकल व अन्य सैन्य उपकरण शामिल हैं. ये नाटो के यूक्रेन सहायता पैकेज में योगदान है. इससे यूक्रेन को ऑस्ट्रेलिया की कुल सैन्य सहायता लगभग 388 मिलियन डॉलर हो गई है. 8.7 मिलियन डॉलर सीमा प्रबंधन उपकरणों को अपग्रेड करने, साइबर सुरक्षा में सुधार और क्षेत्र में सीमा संचालन को बढ़ाने के लिए हैं.
ऑस्ट्रेलिया अपनी मातृभूमि की रक्षा में यूक्रेन के लिए सबसे बड़ा गैर-नाटो योगदानकर्ता है. ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने कहा 'रूस का आक्रमण अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन है. मैंने पहली बार यूक्रेन के लोगों पर हुई तबाही को देखा है.' उन्होंने कहा, 'कीव की मेरी यात्रा और अन्य विश्व नेताओं की हालिया यात्राओं से एक स्पष्ट संदेश जाता है कि ऑस्ट्रेलिया जैसे लोकतांत्रिक देश यूक्रेन के लोगों के साथ उनकी जरूरत के समय में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होंगे.'
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