गांधीनगर : लाल सागर में यमन समर्थित सशस्त्र हौथी विद्रोहियों की ओर से व्यापारी जहाजों पर लगातार हमले किये जा रहे हैं. अमेरिका और भारत सहित दुनिया के कई देश इन हमलों से निपटने की तैयारी कर रहे हैं. इस बीच आरबीबी शिप चार्टरिंग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राजेश भोजवानी ने मीडिया से बात की. उन्होंने बताया कि इन हमलों का शिपिंग कारोबार पर क्या असर पड़ रहा है. भोजवानी से कहा कि इन घटनाओं के मद्देनजर शिपिंग लागत कई गुना बढ़ गई है.
आरबीबी शिप चार्टरिंग जहाज चार्टरिंग सेवाओं में डील करता है. जिसमें ड्राई बल्क कार्गो शिपिंग और विभिन्न प्रकार के पोत चार्टर शामिल हैं. भोजवानी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि लाल सागर में ये घटनाएं शिपिंग उद्योग के लिए चिंता का कारण हैं. समुद्र में इन घटनाओं के सामने आने के बाद कार्गो कंपनियों के यूरोप जाने वाले कंटेनर स्वेज नहर के बजाय केप ऑफ गुड होप मार्ग ले रहे हैं. इससे परिवहन लागत तीन गुना हो गई है.
उन्होंने कहा कि कई बीमा कंपनियों ने लाल सागर में चलने वाले जहाजों के लिए प्रीमियम 100 गुना तक बढ़ा दिया है. जबकि कुछ ने बीमा कवर की पेशकश पूरी तरह से बंद कर दी है. यदि जहाज केप ऑफ गुड होप मार्ग का उपयोग करते हैं, तो उनकी यात्रा का समय 8-10 दिनों तक बढ़ जाता है. जिससे ईंधन की खपत और उसकी लागत काफी ज्यादा बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति ने भारतीय निर्यातकों के कारोबार को खतरे में डाल दिया है. बढ़ती लागत के कारण भारतीय शिपिंग कारोबारी अपने प्रतिस्पर्धी का मुकाबला करने की स्थिति में नहीं रह गये हैं.
बता दें कि हौथी विद्रोहियों ने हमास-नियंत्रित गाजा में इजरायल के चल रहे सैन्य अभियानों के प्रतिशोध में लाल सागर में हमलों की जिम्मेदारी ली है. यमन समर्थित सशस्त्र समूह ने कहा कि वे गाजा में चल रहे इजरायली सैन्य अभियान समाप्त होने तक लाल सागर में जहाजों को निशाना बनाना बंद नहीं करेंगे. गाजा में हमास के साथ युद्ध के बाद से हौथी ने इजराइल पर कई ड्रोन और मिसाइल हमले भी किए हैं. हालांकि, इजरायल इनमें से अधिकांश हमलों को विफल करने में कामयाब रहा था.