ETV Bharat / bharat

केंद्र की सलाह पर अमल : असम जाने वालों को RTPCR की जरूरत नहीं, बस ये शर्त

असम सरकार ने कोविड-19 मामलों की घटती संख्या के बाद नियंत्रण प्रोटोकॉल में ढील दी है. असम ने केंद्र के उस सुझाव पर अमल किया है जिसमें कहा गया था कि टीके के दोनों डोज ले चुके यात्रियों को राज्य आरटीपीसीआर (RTPCR) जांच से छूट दें.

RTPCR की जरूरत नहीं
RTPCR की जरूरत नहीं
author img

By

Published : Aug 17, 2021, 5:53 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सुझाव दिया था कि जो यात्री कोरोना टीके के दोनों डोज ले चुके हैं और उनके पास वैक्सीनेशन का प्रमाणपत्र है, उन्हें बिना किसी जांच के आने की अनुमति दें. इस पर अमल करते हुए असम सरकार ने कोरोना वायरस रोधी टीके की दोनों खुराक ले चुके राज्य आने वाले लोगों को आगमन स्थल पर अनिवार्य कोविड परीक्षण से मंगलवार को छूट प्रदान कर दी.

राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग गोयल ने बताया कि अधिसूचना में कहा गया कि आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा, लेकिन महामारी के लक्षण वाले लोगों को इसका लाभ नहीं मिलेगा.

इसमें कहा गया कि राज्य आने वाले ऐसे सभी यात्रियों को हवाईअड्डों, रेलवे स्टेशनों, सड़क सीमा स्थलों आदि जगह पर पहुंचने पर अनिवार्य कोविड परीक्षण से छूट मिलेगी, जो कोरोना वायरस रोधी टीके की दोनों खुराक लगवा चुके हैं.

इसमें कहा गया कि यात्रियों के पास असम पहुंचने पर कोविड मुक्त होने की रिपोर्ट होनी चाहिए, जो 72 घंटे की अवधि से अधिक समय की न हो.

अधिसूचना में कहा गया, 'हालांकि जिन यात्रियों को बीमारी से संबंधित लक्षण होंगे, उन्हें हवाईअड्डों, रेलवे स्टेशनों आदि जगह पहुंचने पर अपने खर्च से अनिवार्य आरटी-पीसीआर परीक्षण से गुजरना होगा.'

इससे पहले असम सरकार ने 25 जून 2021 के अपने उस फैसले को 15 जुलाई को वापस ले लिया था, जिसमें कोविड टीके की दोनों खुराक ले चुके हवाई एवं रेल यात्रियों को अनिवार्य कोविड-19 जांच से छूट प्रदान की गई थी.

असम में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएस) के निदेशक डॉ. लक्ष्मण एस ने कहा था, 'टीके की दोनों खुराक ले चुके कुछ लोग भी वायरस से संक्रमित पाए जा रहे हैं. हालांकि, ऐसे लोगों में बीमारी के गंभीर लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं, जिसके चलते वे संक्रमण के प्रसार का कारण बन सकते हैं.'

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वे आने वाले पूरी तरह से टीकाकरण वाले यात्रियों के अनिवार्य आरटी पीसीआर परीक्षण के अपने फैसले पर पुनर्विचार करें.

राज्यों के पास 2.25 करोड़ वैक्सीन
इस बीच, केंद्र ने सभी स्रोतों के माध्यम से अब तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 56.81 करोड़ से अधिक वैक्सीन खुराक प्रदान की हैं और आगे 1,09,32,960 खुराक पाइपलाइन में हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, 'राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों और निजी अस्पतालों के पास 2.25 करोड़ से ज्यादा अप्रयुक्त कोविड वैक्सीन खुराक अभी भी उपलब्ध हैं.'

भारत ने पिछले 24 घंटों के दौरान अपने राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत 88.13 लाख से अधिक खुराकें दीं. राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान की शुरुआत के बाद से यह एक दिन में हासिल किया गया अब तक का सबसे अधिक टीकाकरण है. इसके साथ ही, भारत में टीकाकरण का आंकड़ा करीब 55 करोड़ पहुंच गया है.

पढ़ें- टीके की दोनों डोज लेने के बावजूद असम में प्रवेश के लिए कोरोना जांच अनिवार्य

पढ़ें- इन राज्यों में RTPCR से मिलेगी एंट्री, मसूरी में 15 हजार पर्यटकों को रुकने की अनुमति

नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सुझाव दिया था कि जो यात्री कोरोना टीके के दोनों डोज ले चुके हैं और उनके पास वैक्सीनेशन का प्रमाणपत्र है, उन्हें बिना किसी जांच के आने की अनुमति दें. इस पर अमल करते हुए असम सरकार ने कोरोना वायरस रोधी टीके की दोनों खुराक ले चुके राज्य आने वाले लोगों को आगमन स्थल पर अनिवार्य कोविड परीक्षण से मंगलवार को छूट प्रदान कर दी.

राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग गोयल ने बताया कि अधिसूचना में कहा गया कि आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा, लेकिन महामारी के लक्षण वाले लोगों को इसका लाभ नहीं मिलेगा.

इसमें कहा गया कि राज्य आने वाले ऐसे सभी यात्रियों को हवाईअड्डों, रेलवे स्टेशनों, सड़क सीमा स्थलों आदि जगह पर पहुंचने पर अनिवार्य कोविड परीक्षण से छूट मिलेगी, जो कोरोना वायरस रोधी टीके की दोनों खुराक लगवा चुके हैं.

इसमें कहा गया कि यात्रियों के पास असम पहुंचने पर कोविड मुक्त होने की रिपोर्ट होनी चाहिए, जो 72 घंटे की अवधि से अधिक समय की न हो.

अधिसूचना में कहा गया, 'हालांकि जिन यात्रियों को बीमारी से संबंधित लक्षण होंगे, उन्हें हवाईअड्डों, रेलवे स्टेशनों आदि जगह पहुंचने पर अपने खर्च से अनिवार्य आरटी-पीसीआर परीक्षण से गुजरना होगा.'

इससे पहले असम सरकार ने 25 जून 2021 के अपने उस फैसले को 15 जुलाई को वापस ले लिया था, जिसमें कोविड टीके की दोनों खुराक ले चुके हवाई एवं रेल यात्रियों को अनिवार्य कोविड-19 जांच से छूट प्रदान की गई थी.

असम में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएस) के निदेशक डॉ. लक्ष्मण एस ने कहा था, 'टीके की दोनों खुराक ले चुके कुछ लोग भी वायरस से संक्रमित पाए जा रहे हैं. हालांकि, ऐसे लोगों में बीमारी के गंभीर लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं, जिसके चलते वे संक्रमण के प्रसार का कारण बन सकते हैं.'

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वे आने वाले पूरी तरह से टीकाकरण वाले यात्रियों के अनिवार्य आरटी पीसीआर परीक्षण के अपने फैसले पर पुनर्विचार करें.

राज्यों के पास 2.25 करोड़ वैक्सीन
इस बीच, केंद्र ने सभी स्रोतों के माध्यम से अब तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 56.81 करोड़ से अधिक वैक्सीन खुराक प्रदान की हैं और आगे 1,09,32,960 खुराक पाइपलाइन में हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, 'राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों और निजी अस्पतालों के पास 2.25 करोड़ से ज्यादा अप्रयुक्त कोविड वैक्सीन खुराक अभी भी उपलब्ध हैं.'

भारत ने पिछले 24 घंटों के दौरान अपने राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत 88.13 लाख से अधिक खुराकें दीं. राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान की शुरुआत के बाद से यह एक दिन में हासिल किया गया अब तक का सबसे अधिक टीकाकरण है. इसके साथ ही, भारत में टीकाकरण का आंकड़ा करीब 55 करोड़ पहुंच गया है.

पढ़ें- टीके की दोनों डोज लेने के बावजूद असम में प्रवेश के लिए कोरोना जांच अनिवार्य

पढ़ें- इन राज्यों में RTPCR से मिलेगी एंट्री, मसूरी में 15 हजार पर्यटकों को रुकने की अनुमति

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.