नई दिल्ली : असम राइफल्स (Assam Rifles) के शीर्ष अधिकारियों ने यहां आयोजित बैठक में बल की परिचालन और प्रशासनिक दक्षता में सुधार पर चर्चा की. एक प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि शांति एवं स्थिरता बनाए रखने के लिए लोगों के साथ मिलकर काम करना जारी रखना सुनिश्चित करने पर भी विचार-विमर्श किया गया. बल को 'पूर्वोत्तर के प्रहरी' के तौर पर जाना जाता है.
असम राइफल्स के महानिदेशालय में बल के उपमहानिरीक्षकों के सम्मेलन 2022 के तहत शुक्रवार को यह चर्चा हुई. इसकी अध्यक्षता असम राइफल्स के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल पीसी नायर ने की और 'फॉर्मेशन कमांडर', बटालियन कमांडर और स्टाफ अधिकारियों ने शिरकत की. प्रवक्ता के मुताबिक, 'सम्मेलन का जोर विभिन्न क्षेत्रों में पिछले अनुभव से सबक लेकर बल की बेहतर दक्षता के लिए इन पहलुओं में सुधार करने पर था.'
उन्होंने बताया कि इसका लक्ष्य बल के आदर्श वाक्य पूर्वोत्तर के प्रहरी पर खतरा उतरना है. महानिदेशक ने अपने-अपने क्षेत्रों में शांति सुनिश्चित करने के लिए फॉर्मेशन और यूनिट कमांडर की सराहना की और उन्हें चौकस रहने के लिए कहा. प्रवक्ता ने कहा कि यह सम्मेलन दो साल में एक बार आयोजित किया जाता है, जिसमें बल की परिचालन और प्रशासनिक दक्षता में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया जाता है.
ये भी पढ़ें - जम्मू कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश नाकाम, एक घुसपैठिया ढेर
(पीटीआई-भाषा)