गुवाहाटी: पिछले दिनों असम में आई बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बुधवार को बढ़कर 26 हो गई है. राज्य में बाढ़ की स्थिति में सुधार की खबरें भी मिल रही हैं. बताया जा रहा है कि अब तक करीब 9 लाख लोग और करीब 4 हजार गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. बाढ़ के कारण सड़कें, पुल और रेलवे लाइन भी प्रभावित हुई हैं जिससे सुदूर इलाकों से संपर्क टूट गया है.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) की ओर से बताया कि गृह मंत्रालय से राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के रविनेश कुमार के नेतृत्व में छह सदस्यों की एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम कछार का दौरा करेगी. वहीं दीमा, हसाओ, दरांग, नगांव और होजई में 27 मई और 28 मई को जिलों में बारिश से हुई बाढ़ और भूस्खलन से हुए नुकसान का आकलन किया जाएगा.
अधिकारियों ने बताया कि, हालांकि बाढ़ की स्थिति से थोड़ी राहत मिली है लेकिन नगांव में कोपिली नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों ने यह भी बताया कि फिलहाल, 81,712 लोग 346 रिलीफ कैंप में रह रहे हैं. वहीं बाढ़ से प्रभावित अन्य जगहों पर रह रहे लोगों को भी राहत सामग्री वितरित की जा रही है.
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फिलहाल एनडीआरएफ, भारतीय सेना, नागरिक सुरक्षा, अर्धसैनिक बल, भारतीय वायुसेना एवं जल संसाधन विभाग के साथ आपातकालीन कर्मी, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और पुलिस, बाढ़ व भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित निकालने में जुटी हुई है. ये टीमें अब तक 26,599 लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित निकाल चुकी हैं. वहीं भारतीय वायुसेना क्षेत्र में चावल, दाल, सरसों तेल, आलू, प्याज आदि जरूरी सामान हवाई मार्ग से लोगों को उपलब्ध करा रही है.