नई दिल्ली संसद में बजट सत्र के दौरान केंद्र सरकार से बीएसएनएल पर ध्यान देने को लेकर सवाल पूछे गए. सरकार ने स्पष्ट किया है कि सरकार दूरसंचार कंपनी बीएसएनल की पूरी आर्थिक सहायता कर रही है. दूरसंचार मंत्री ने कहा कि बीएसएनएल को कई वर्षों बाद ऑपरेटिंग प्रॉफिट हुआ है. संसद में सरकार ने बताया है कि केंद्र की ओर से ₹ 44720 करोड़ और आवंटित किए गए हैं.
सरकार ने बुधवार को कहा कि भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) को 4जी की तरह 5जी नेटवर्क शुरू करने का भी कार्य सौंपा जाएगा. संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत विजन के तहत 5जी के कोर नेटवर्क, रेडियो नेटवर्क, उपकरण, हैंडसेट की पूरी तैयारी हो गई है. बहुत जल्द इसकी भी प्रगति के बारे में सदन के सदस्यों को जानकारी दी जाएगी. 4जी बीएसएनएल को दिया गया है. 5जी भी बीएसएनएल को दिया जाएगा. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सौगत रॉय के पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए यह कहा.
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वैष्णव ने कहा कि बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी 2014 में साढ़े सात प्रतिशत रह गयी थी, जो आज 10 प्रतिशत से अधिक हो गई है. मंत्री ने एक अन्य पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि आज बीएसएनएल का नेटवर्क हर महीने एक लाख घरों तक पहुंचाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह (नेटवर्क) लगभग 20 लाख घरों तक पहुंच गया है. बसपा सांसद दानिश अली के एक सवाल के जवाब में दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोक सभा में बताया कि भारत में पहला स्वदेशी 4जी नेटवर्क बना है, इसका श्रेय भी बीएसएनएल को जाता है. उन्होंने कहा कि बीएसएनएल दो लाख किलोमीटर का ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछा चुकी है.