लखनऊ : कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी गुरुवार को लखनऊ स्थित कौल हाउस पहुंचीं. यहां पर उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और उनकी समस्याओं के समाधान का भरोसा दिया. आशा कर्मी प्रियंका को अपना दर्द सुनाते समय रो पड़ीं. प्रियंका ने भरोसा दिलाया कि हर समस्या का समाधान जरूर होगा.
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में पुलिस ने शाहजहांपुर की आशा कार्यकर्ताओं से मारपीट की थी, जिसमें कई आशा चोटिल हुईं थीं. किसी के हाथ में प्लास्टर चढ़ा था तो किसी को अंदरूनी चोटें आईं थीं. सभी आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी समस्याएं प्रियंका गांधी के समक्ष रखीं. आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि पुलिस ने उन पर केस दर्ज किया है. आशा कार्यकर्ताओं पर जो धाराएं लगाई गईं हैं, प्रियंका गांधी ने उसके बारे में भी जानकारी हासिल की.
आशा बहुओं ने प्रियंका गांधी से कहा कि 2018 से अभी तक कोई भुगतान नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि कोरोना के दौर में घर-घर जाकर दवाइयां वितरित करते हैं, रिपोर्ट लेते हैं, लेकिन हमें वेतन नहीं दिया जा रहा है. प्रियंका गांधी ने आशा कार्यकर्ताओं की सभी समस्याओं को ध्यान से सुना. आशा कार्यकर्ताओं ने प्रियंका को बताया कि गिरफ्तारी के समय पुलिस ने बर्बरता से पिटाई की फिर चाहे महिला पुलिस हो या पुरुष. प्रियंका ने आशा कर्मियों से पूछा क्या आपने उनके खिलाफ एफआईआर नहीं दर्ज कराई तो उन्होंने ने कहा कि हमारी सुनवाई नहीं है.
उल्लेखनीय है कि प्रियंका गांधी ने एक और प्रतिज्ञा की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने पर आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रतिमाह 10000 रुपये मानदेय दिया जाएगा. इससे आशा कार्यकर्ताओं को प्रियंका गांधी से काफी उम्मीदें हैं.
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