चेन्नई: नेल्लोर के अशोक कुमार नाम के एक शख्स ने एक ऋण ऐप का उपयोग करके 9 लाख रुपये उधार लिए थे और इसे वापस करने में विफल रहे. इसके बाद लोन एप ने उन लोगों से संपर्क किया जो अशोक के मोबाइल फोन की कॉन्टैक्ट लिस्ट में थे. उन्होंने राज्य के मंत्री के नंबर पर कॉल किया जो अशोक के कॉल लिस्ट में दर्ज था.
मंत्री के पीए शंकर ने कॉल का जवाब दिया और जब भुगतान करने के लिए कहा तो वसूली एजेंसी को 25,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए. एजेंट मंत्री के पीए को फोन करते रहे और कर्ज चुकाने की धमकी देते रहे. बाद में उन्होंने मुथुकुरु पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. इस शिकायत के बाद नेल्लोर पुलिस ने चेन्नई से चार ऋण वसूली एजेंटों को शंकर को गाली देने और धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. चेन्नई में एजेंसी से 10,000 नकद, कम से कम चार मोबाइल और लैपटॉप जब्त किए गए.
ये भी पढ़ें- आंध्र प्रदेश: कर्ज वसूली एजेंटों द्वारा पिता का अपमान करने के बाद किशोर ने की आत्महत्या