अमरावती : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन के दौरे और यात्राएं बेहद विवादास्पद होती जा रही हैं. आज राजधानी अमरावती क्षेत्र में गरीबों को आवास भूखंड वितरण के लिए हेलीकॉप्टर से सीएम के आगमन की कड़ी आलोचना हुई.
एक ऐसी राज्य सरकार जो गंभीर वित्तीय समस्याओं का सामना कर रही है. वह महीनों से छोटे कर्मचारियों को भी वेतन नहीं दे पा रही है. इस समय महज 15 किमी की दूरी के लिए भी सीएम हेलीकॉप्टर से यात्रा कर रहे हैं और भारी रकम खर्च कर रहे हैं.
आज के सीएम कार्यक्रम पर नजर डालें तो... जगन सीएम आवास ताडेपल्ली से कृष्णयापलेम पहुंचे और वहां भूमि पूजन किया. यह उनके आवास से सिर्फ 8 किमी दूर है. वह कृष्णयापालम से वेंकटपालम गए. वहां से दूरी मात्र छह किलोमीटर है.
वहां जनसभा खत्म करने के बाद वे करीब 10 किलोमीटर दूर ताडेपल्ली स्थित सीएम आवास पहुंचे. अगर हम लगभग सब कुछ जोड़ लें तो 30 किलोमीटर भी नहीं आएगा. मुख्यमंत्री द्वारा इस यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल...करोड़ों रुपये खर्च करने की कड़ी आलोचना हुई. दो हेलीपैड, भारी सुरक्षा और सड़कों पर यातायात रोकना.. जिसकी कड़ी आलोचना हुई. अधिकारियों ने लोगों के लिए दो किमी दूर से पैदल चलकर सीएम के सभा स्थल तक जाने की व्यवस्था की.
दौरे के दौरान इंतजाम से जनता परेशान : उनके दौरे से तीन दिन पहले ही वो इलाका पुलिस के कब्जे में चला जाता है. उनके दौरे पर पुलिस हर घर और गली-मोहल्ले की खाक छानकर आम लोगों को गंभीर संकट में डाल रही है.
इस बात की आलोचना सुनने को मिल रही है कि सीएम की सभाओं में लोगों को लाने-ले जाने के लिए सैकड़ों आरटीसी बसों और निजी शिक्षण संस्थानों के वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके कारण दूर-दराज के स्थानों पर जाने के लिए बसों की कमी के कारण स्थानीय लोगों और छात्रों को गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
बड़े-बड़े पेड़ों को काटना और सीएम के दौरे के रूट पर पर्दा डालना स्वाभाविक हो गया है. सीएम से मिलने आये आम लोगों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. चूंकि सीएम के आसपास भारी सुरक्षा है, इसलिए बैठकों में आने वाले लोग भी सीएम से व्यक्तिगत रूप से मिलकर अपनी समस्याएं साझा करने की स्थिति में नहीं हैं.