बटद्रवा: असम के नागांव जिले में वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव के जन्म स्थल के समीप यहां कड़ी सुरक्षा के बीच अतिक्रमण हटाने का सबसे बड़ा अभियान सोमवार को शुरू हुआ. नागांव की पुलिस अधीक्षक लीना डोले ने यहां पत्रकारों को बताया कि संतीजन बाजार इलाके में सुबह अतिक्रमण रोधी अभियान शुरू किया गया और यह अभी तक शांतिपूर्ण रहा है.
इस अभियान के लिए 600 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. एसपी ने बताया कि सरकारी जमीन पर अतिक्रमण को हटाने के लिए चार गांवों में अभियान चलाया जा रहा है. डोली ने कहा, 'संतीजन बाजार के बाद हम हैदुबी इलाके में अतिक्रमण हटाएंगे और वहां लगने वाले वक्त के अनुसार हम बाकी के दो गांवों में अभियान चलाने पर फैसला लेंगे.'
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#WATCH | Assam: Nagaon District Administration carries out a massive eviction drive at Bhumuraguri Grazing reserve, Jamai Basti, Rampur, Kadamoni area where encroachers have encroached upon more than 980 bigha of land. Over 800 security personnel have been deployed at Batadraba. pic.twitter.com/zIWdRXU3A5
— ANI (@ANI) December 19, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) December 19, 2022#WATCH | Assam: Nagaon District Administration carries out a massive eviction drive at Bhumuraguri Grazing reserve, Jamai Basti, Rampur, Kadamoni area where encroachers have encroached upon more than 980 bigha of land. Over 800 security personnel have been deployed at Batadraba. pic.twitter.com/zIWdRXU3A5
— ANI (@ANI) December 19, 2022
ढिंग राजस्व मंडल के तहत आने वाले इलाकों में अगले कुछ दिनों में 1,200 बीघा से अधिक जमीन पर कथित अतिक्रमण को हटाने का अभियान चलाया जाएगा.
एसपी ने बताया कि इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और वरिष्ठ अधिकारियों की अगुवाई में पुलिस बल 13 दिसंबर से यहां डेरा डाले हुआ है और उन्होंने तब से यहां फ्लैग मार्च निकाले हैं.
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उन्होंने कहा, 'लोग हमारे साथ सहयोग कर रहे हैं.' इलाके में 80 प्रतिशत से अधिक लोगों ने अपने घर, दुकानें तथा अन्य ढांचे हटा दिए हैं और यहां से चले गए हैं. जिला प्रशासन ने जमीन खाली कराने के लिए अक्टूबर में 1,000 से अधिक परिवारों नोटिस भेजे थे. प्रभावित लोगों ने सरकार से उन्हें वैकल्पिक जगह मुहैया कराने की अपील की है. पिछले विधानसभा चुनाव में यहां अतिक्रमण हटाना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का प्रमुख चुनावी मुद्दा था.