भोपाल। एक तरफ तो दुनिया आज 3 मार्च को World Wildlife Day 2023 मना रही है, वहीं दूसरी तरफ मध्यप्रदेश की विधानसभा में हंगामा मचा हुआ है. ये हम आपको इस वजह से बता रहे हैं क्योंकि ये हंगामा निश्चत तौर पर वन्यजीवों से जुड़ा है. दरअसल एमपी विधानसभा बजट सत्र के चौथे दिन गुरूवार को जब एक कांग्रेस विधायक ने ये सवाल पूछा कि रिलाइंस ग्रुप को गुजरात में इंदौर जू से जो बड़े जानवर भेजे गए थे, उनके बदले सरकार ने छोटे-छोटे जानवर क्यों लिए, ये कहां का न्याय है?
तेंदुआ और बाघ के बदले मिले छिपकली और तोते: दरअसल एमपी विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन विधायक जीतू पटवारी ने सवाल पूछा कि "शिवराज सरकार ने गुजरात के रिलायंस ग्रुप(अंबानी) के जामनगर चिड़ियाघर के लिए इंदौर जू से बंगाली टाइगर जिसमें 2 नर और 4 मादा दी थी, 2 नर 3 मादा एशियाटिक शेर, 2 नर 6 मादा घड़ियाल, 1 नर 1 मादा fox और 1 मादा हनी बेजर दिए हैं, लेकिन इसके बदले में अंबानी द्वारा तोतों की प्रजातियां, दूसरी पक्षियों की प्रजातियां, क्राउन pigeon, बत्तख और अन्य प्रजाति के पक्षी, बंदरो की अलग-अलग प्रजाति को एक्सचेंज करने का प्रस्ताव दिया गया है. आपने मध्यप्रदेश से बाघ और शेर तो दे दिए, लेकिन वहां के जू प्रबंधन ने आपको छिपकली, तोते, टेरेंटुला जैसे छोटे जानवर देने को कहा है और इसमें सरकार की रजामंदी है, ये कहां का न्याय है."
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कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी निलंबित: बाद में मामले पर जब विधानसभा ने तूल पकड़ लिया तो हंगामा होता देख सदन की कार्यवाही को 5 मिनट के लिए स्थगित की गई, लेकिन जीतू पटवारी के निलंबन पर अड़ी सत्ता पक्ष के लिए विधानसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही 1 घंटे तक रोकनी पड़ी. बाद में जब दोबारा कार्यवाही शुरू हुई तो सबसे पहले विधायक जीतू पटवारी को बजट सत्र से निलंबित करने का फैसला सुना दिया गया. वहीं मामले में बीजेपी सरकार में मंत्री नरोत्तम मिश्रा और विश्वास सारंग ने आपत्ति जताते हुए कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को घेरते हुए कहा कि "जीतू पटवारी सदन में झूठी बात कह रहे हैं और सदन को हमेशा अपनी बातों से गुमराह करते हैं." फिलहाल इस मामले के देखना होगा कि सरकार अब भी अपनी बात पर अड़ी रहेगी या फिर आगामी दिनों में सरकार अंबानी ग्रुप से कुछ और जानवरों की डिमांड कर सकती है.