नई दिल्ली: महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय रहते हैं. वह अक्सर किसी न किसी पोस्ट को लेकर चर्चा में रहते हैं. इस बार उन्होंने भारत का एक नक्शा अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा किया है, जिसमें उन्होंने हर राज्य में प्रति परिवार प्रतिशत राज्यवार कार स्वामित्व दिखाया गया है. हरे, लाल, गुलाबी और पीले रंग के विभिन्न राज्यों के घनत्व को अलग करने के लिए मानचित्र में रंग-कोडिंग का उपयोग किया गया है.
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What are your conclusions when you see this map? I’m curious… pic.twitter.com/DD4lz2Lrzx
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आनंद महिंद्रा द्वारा साझा किए गए इस नक्शे की मानें तो पूरे भारत में कार स्वामित्व का औसत प्रतिशत मात्र 7.5% है. दिलचस्प बात यह है कि प्रति परिवार कार स्वामित्व प्रतिशत जम्मू और कश्मीर, अरुणाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी हिस्सों में अधिक है, जहां औसतन 22% घरों में कारें हैं. जबकि महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक जैसे समृद्ध राज्य प्रति परिवार कार स्वामित्व के प्रतिशत के मामले में पहाड़ी राज्यों से बहुत पीछे हैं.
महिंदा ने अपने फॉलोअर्स से यह भी कहा कि जब आप इस मानचित्र को देखें तो निष्कर्ष बताएं. वह इसे जानने के लिए उत्सुक हैं. कुछ ट्विटर उपयोगकर्ताओं ने बताया कि अंतर सार्वजनिक परिवहन उपलब्धता का परिणाम हो सकता है. महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात आदि में सार्वजनिक परिवहन बेहतर और कुशल है. जबकि अरुणाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में सार्वजनिक परिवहन के बुनियादी ढांचे की कमी है. इसलिए वहां प्रति परिवार कारों का स्वामित्व अधिक है.
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आनंद महिंद्रा के इस पोस्ट पर एक ट्विटर यूजर ने कमेंट किया और कहा कि जहां भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट अच्छा होता है वहां कार का स्वामित्व कम होता है. एक अन्य ट्विटर यूजर ने इस पर कमेंट किया और लिखा कि 'बड़े राज्यों के मामले में डेटा के सूक्ष्म-विभाजन की आवश्यकता है. पश्चिमी महाराष्ट्र में वाहन स्वामित्व प्रतिशत बहुत अधिक होगा.' इसके अलावा एक अन्य यूजर ने लिखा, 'पैदल, साइकिल/बस/मेट्रो के साथ मजबूत और एकीकृत सार्वजनिक परिवहन प्रणाली बनाने की आवश्यकता है अन्यथा देश जल्द ही अंतहीन ट्रैफिकग्रिडलॉक में होगा.'