चंडीगढ़: वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर को तीसरी बार विदेश जाने से रोका गया है. जानकारी के मुताबिक उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट पर रोका गया और इसके बाद उन्होंने मीडिया को अपना संदेश भी जारी किया. इस बयान में उन्होंने कहा कि मुझे तीसरी बार इंग्लैंड जाने से रोका गया है, क्योंकि कानून के मुताबिक मुझे 180 दिन पहले एडमिशन लेना होगा.
उन्होंने कहा कि अप्रैल के दौरान कुछ मीडिया और व्यक्तियों ने सोचा कि मैं वापस इंग्लैंड भाग रही हूं. अपने घर वापस जाने को भागना नहीं कहा जा सकता. एक ब्रिटिश नागरिक के रूप में मुझ पर अलग-अलग नियम लागू होते हैं. अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर ने कहा है कि तब से मैंने ठीक एक महीने पहले 14 जुलाई की फ्लाइट बुक कर ली थी, ताकि मुझे इंग्लैंड जाने में कोई दिक्कत न हो.
उन्होंने कहा कि प्रस्थान के दिन मैंने बताया कि मुझे जाने में कोई दिक्कत नहीं है, फिर मुझे बोर्डिंग समय से कुछ घंटे पहले रोक दिया गया. उन्होंने मुझसे 18 तारीख तक कुछ दिन इंतजार करने का अनुरोध किया. तो मैंने दोबारा उसी तरह 19 तारीख की फ्लाइट बुक की. उन्होंने कहा कि किसी भी अधिकारी ने मुझसे सीधे या स्पष्ट बात नहीं की. वे नहीं चाहते कि मैं अवतार सिंह खांडा के अंतिम संस्कार में शामिल होऊं.
कौर ने आगे कहा कि मुझे यह भी नहीं पता कि अंतिम संस्कार कब और कहां हो रहा है. इसे लेकर वे थोड़ा असहज महसूस कर रहे हैं. उन्हें लगता है कि मैं वहां भाषण दूंगी. उन्हें यह भी डर है कि मैं आंदोलन खड़ा कर दूंगी. इसीलिए सरकार और विशेष एजेंसियां मुझे देश छोड़ने से रोक रही हैं. किरणदीप कौर ने कहा कि मैं सिर्फ अपने परिवार से मिलने के लिए कानून और मानवाधिकार के मुताबिक चलने की कोशिश कर रही हूं.
कौर का कहना है कि मेरी यात्रा एक या दो सप्ताह के लिए थी, मेरा वहां अधिक समय तक रुकने का कोई इरादा नहीं है, मेरी प्राथमिकता मेरे पति हैं. अधिकारियों ने कहा है कि एलओसी की समस्या है, लेकिन मुझे इसे दिखाने के लिए कोई दस्तावेज़ नहीं दिया गया है. यदि हां, तो किस आधार पर और वे मुझे दिखाने से इनकार क्यों कर रहे हैं? यदि नहीं, तो वे मुझे देश छोड़ने से भी नहीं रोक सकते.