नई दिल्ली : महाराष्ट्र से निर्दलीय महिला लोक सभा सांसद नवनीत राणा ने आरोप लगाया है कि उनके साथ पुलिस ने दुर्व्यवहार किया. उन्होंने कहा कि बिना किसी अपराध के महाराष्ट्र पुलिस ने क्रिमिनल जैसा बैठाकर रखा. नवनीत राणा ने कहा, पुलिस कमिश्नर के कार्यालय में उन्हें सीढ़ियों पर बैठाकर बेइज्जती की गई. बदतमीजी से बात की गई. उन्होंने कहा कि 16 जनवरी को छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित किए जाने के बाद आधी रात को प्रतिमा हटा दी गई.
नवनीत राणा ने कहा कि 100 से 150 पुलिस वाले जबरदस्ती उनके घर पर आते हैं. बकौल नवनीत राणा, वे अपने छोटे बच्चों और बुजुर्ग माता-पिता के साथ रहती हैं. पुलिस वालों ने उन सबके सामने कहा कि ऊपर से आदेश आया है, बात नहीं सुनी तो घसीटते हुए कमिश्नर ऑफिस ले जाएंगे, जेल में डाल देंगे.
नवनीत राणा ने कहा, जो भी लोग उनके साथ जुड़े हैं, उनपर अत्याचार किया जा रहा है. आईपीसी की धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है. विधायक रवि राणा के मामले का जिक्र कर उन्होंने कहा कि दिल्ली में रहने के बावजूद उनके खिलाफ महाराष्ट्र में मामला दर्ज किया गया.
उन्होंने कहा, लोक सभा में कुछ दिन पहले आरती सिंह का मामला उठाया गया. ऐसे में महिला होने के नाते उनके मामले पर भी गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए. नवनीत राणा ने कहा, उनके पास अन्याय के प्रमाण के रूप में फोटो और पेन ड्राइव मौजूद हैं. सरकार को भ्रष्ट कमिश्नर के खिलाफ ईडी और सीबीआई जैसी कार्रवाई करनी चाहिए.
बता दें कि पिछले दिनों विधायक रवि राणा ने दिल्ली में प्रेस वार्ता कर अपनी बातें रखी थीं. उन्होंने बताया था कि महाराष्ट्र में एक अखबार के संपादक पर स्याही फेंकने और छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति हटाने को लेकर विवाद के समय वे दिल्ली में थे और मुझे महाराष्ट्र पुलिस द्वारा फंसाया जा रहा है. उन्होंने कहा था, मेरे खिलाफ धारा 307 लगाई गई है जो बहुत ही गंभीर अपराध है.
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दिल्ली के नॉर्थ एवेन्यू में स्थित घर (House located in North Avenue Delhi) पर विधायक रवि राणा ने कहा फरवरी में कहा था, यह सारी अटकलें हैं कि मैं भाग रहा हूं और पुलिस मुझे ढूंढ रही है. ये सभी झूठे और निराधार आरोप हैं. देखिए अमरावती में क्या हुआ? शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर दुर्भाग्यपूर्ण राजनीति की जा रही है. यह बहुत ही चौंकाने वाला है और मुझे जानबूझकर इस मुद्दे में घसीटा जा रहा है.