हरिद्वार (उत्तराखंड): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 72वें जन्मदिन पर देशभर में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. बीजेपी के कार्यकर्ता जहां पीएम मोदी का जन्मदिन सेवा पखवाड़ा सप्ताह के रूप में मना रहे हैं. वहीं, धर्मनगरी हरिद्वार के संत भी उनका जन्मदिन मनाने में पीछे नहीं रहे. इस दौरान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा कि मोदी शेर हैं और उनके नामीबिया से लाए चीते शत्रुओं को खा जाएंगे. एक दिन कांग्रेस समाप्त हो जाएगी और सिर्फ बीजेपी ही रहेगी.
हरिद्वार में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन मनाया गया. रविंद्र पुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 71 वर्ष की आयु पूरी कर 72 वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, इसलिए जन्मदिन उत्सव को उन्होंने मोदी 72 नाम दिया है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर केक काटा गया और उन्हें संतों ने शुभकामनाएं दीं. साथ ही यह कामना की गई कि आने वाले वर्षों तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी तरीके से देश के लिए कार्य करते रहें और देश को उन्नति के मार्ग पर लेकर आगे ले जाते रहें.
इसके साथ ही चीतों को लेकर रविंद्र पुरी ने कहा कि मोदी एक शेर हैं और शेर कभी बूढ़ा नहीं होता. मोदी के लाए गये चीते शत्रुओं को खा जाएंगे. भारत में बीजेपी का ही राज होगा और कांग्रेस समेत बाकी पार्टियां खत्म हो जाएंगी.
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गौर हो कि, पीएम मोदी के जन्मदिन पर देश में आज से चीतों की वापसी हो गई है. शनिवार सुबह 2 हेलीकॉप्टरों से मध्य प्रदेश में कुनो नेशनल पार्क के पास पालपुर में विदेश से आए मेहमान उतरे. देश में विलुप्त घोषित होने के सात दशक बाद भारत में फिर से चीतों की एंट्री करवाई गई है. विशेष इंट्रोडक्शन प्लान के तहत एक विशेष विमान में ये चीते नामीबिया से ग्वालियर पहुंचे थे. इसके बाद इन्हे कूनो नेशनल पार्क लाया गया. 10 घंटे की यात्रा के बाद चीतों को लेकर ग्वालियर के महाराजा एयरबेस से सिंधिया अपने साथ चिनूक हेलीकॉप्टर में लेकर पहुंचे.
कुनो नेशनल पार्क में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन चीतों को देश को सौंपा और खुद फोटोग्राफी भी की. नामीबिया से ग्वालियर तक की यात्रा के दौरान, चीते बिना भोजन के आए. बाड़ों में छोड़े जाने के बाद उन्हें खाने के लिए दिया गया. पार्क में एक मंच से विशेष पिंजरे से पीएम मोदी ने लिवर घुमाकर इन्हे छोड़ा और एक बाड़े में प्रवेश कराया. पीएम ने दो चीतों को एक-एक कर पार्क में प्रवेश कराया. उसके बाद, अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने शेष चीतों को अन्य बाड़ों में छोड़ा.