लखनऊ: पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने कहा है कि वह यूपी के सबसे बड़े अपराधी हैं. दरअसल, सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस की भयावह स्थिति और कोरोना संक्रमित लोगों के शव नदियों में बहाने को लेकर सूर्य प्रताप सिंह ने टिप्पणी की थी. इसे लेकर उनके खिलाफ कई जिलों में मुकदमे दर्ज किए गए हैं.
एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने एक वीडियो बयान जारी करते हुए कहा है कि 'मैं उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा अपराधी बोल रहा हूं.' सूर्य प्रताप सिंह द्वारा ट्विटर पर वीडियो बयान जारी करने के बाद उनके समर्थन में काफी संख्या में लोग सोशल मीडिया पर टिप्पणी कर रहे हैं.
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नमस्कार!
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) May 15, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
मैं उत्तरप्रदेश का सबसे बड़ा अपराधी सूर्यप्रताप सिंह बोल रहा हूँ।
मेरा अपराध है की मैंने जनता के लिए बेड, आक्सीजन और दवाइयों की माँग की..
मेरा अपराध है की मैंने जनता के शवों का सम्मान से अंतिम संस्कार करने की माँग की..
दो मिनट मेरी बात जरूर सुनें सरकार। pic.twitter.com/TmcMRStLh2
">नमस्कार!
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) May 15, 2021
मैं उत्तरप्रदेश का सबसे बड़ा अपराधी सूर्यप्रताप सिंह बोल रहा हूँ।
मेरा अपराध है की मैंने जनता के लिए बेड, आक्सीजन और दवाइयों की माँग की..
मेरा अपराध है की मैंने जनता के शवों का सम्मान से अंतिम संस्कार करने की माँग की..
दो मिनट मेरी बात जरूर सुनें सरकार। pic.twitter.com/TmcMRStLh2नमस्कार!
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) May 15, 2021
मैं उत्तरप्रदेश का सबसे बड़ा अपराधी सूर्यप्रताप सिंह बोल रहा हूँ।
मेरा अपराध है की मैंने जनता के लिए बेड, आक्सीजन और दवाइयों की माँग की..
मेरा अपराध है की मैंने जनता के शवों का सम्मान से अंतिम संस्कार करने की माँग की..
दो मिनट मेरी बात जरूर सुनें सरकार। pic.twitter.com/TmcMRStLh2
क्या बोले पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह
पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह में वीडियो बयान जारी कर कहा है कि 'मेरा अपराध सिर्फ इतना है कि मैंने जनता के लिए बेड, ऑक्सीजन और दवाइयों की मांग की.' उन्होंने कहा कि मेरा अपराध है कि मैंने जनता के शवों का सम्मान से अंतिम संस्कार करने की मांग की.
उन्होंने कहा कि सरकार सच सुनना नहीं चाहती, उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी की वजह से स्थिति भयावह हो चुकी है. मैंने सच बोलते हुए ट्वीट किया तो मेरे खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं. यह कहां का न्याय है.
उन्होंने सरकार से सच को स्वीकार करते हुए लोगों की मदद करने की अपील भी की है. उन्होंने कहा कि नौकरशाह सरकार को बदनाम करने के लिए इस प्रकार के काम कर रहे हैं. सरकार को अपनी आंख खोलकर सच को सच मानना चाहिए नहीं तो जनता माफ नहीं करेगी.
'हिस्ट्रीशीटर घोषित कर मुझपर 50 हजार का इनाम रख दिया जाए'
पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने ट्वीट किया कि 'जल्द ही मुझे हिस्ट्रीशीटर घोषित कर मुझपर 50 हज़ार का इनाम रख दिया जाए', वैसे ट्वीट करने से अगर ‘छवि की हत्या’ हो रही हो तो 302 के तहत मुझपर हत्या का मुकदमा भी चलाया जा सकता है. उन्होंने आगे लिखा कि संविधान की कठोरतम धाराएं लगाइए, क्रूरता में किसी प्रकार की कमी ना रह जाए.
आप सांसद संजय सिंह मिलने पहुंचे
आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह के खिलाफ कई जिलों में एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद देर शाम आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह उनसे मिलने उनके आवास पहुंचे.
जानकारी के अनुसार संजय सिंह ने पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह का हर स्तर पर समर्थन करने और किसी भी प्रकार से उत्पीड़न एफआईआर दर्ज होने में मदद की बात कही है.
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उन्होंने कहा कि इस प्रकार से सरकार सच बोलने पर मुकदमा कर रही है, कार्रवाई कर रही है. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे, सरकार को जनता सबक सिखाएगी. यहां लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. सच बोलने की सजा एफआईआर मिल रही है, हम सरकार के झूठ को इसी तरह बेनकाब करते रहेंगे.