नई दिल्ली: यह खबर आने के कुछ घंटों बाद कि भारत में अफगानिस्तान के राजदूत फरीद मामुंडजे पिछले दो महीनों से अपने कार्यालय से 'लापता' हैं, अफगान दूतावास के एक सूत्र ने ईटीवी भारत को बताया कि राजदूत लापता नहीं हैं, बल्कि लंदन की पारिवारिक यात्रा पर हैं. नाम न छापने की शर्त पर सूत्र ने ईटीवी भारत के रिपोर्टर को बताया कि राजदूत फरीद मामुंडजे पहले हज पर गए और उसके बाद वह पारिवारिक यात्रा के लिए लंदन गए. इसलिए, यह दावा कि वह लापता हैं, पूरी तरह से एक मनगढ़ंत कहानी है. वह 28-29 अगस्त तक दिल्ली वापस लौटेंगे.
जब उनसे यह बताने के लिए कहा गया कि दूतावास का नेतृत्व कौन कर रहा है, तो उन्होंने कहा कि एक अन्य राजनयिक, इब्राहिम, राजदूत के काम की देखभाल कर रहे हैं और प्रभारी डी'एफ़ेयर के रूप में काम कर रहे हैं. राजदूत फरीद मामुंडजे को अमेरिका समर्थित सरकार के पतन से पहले 2021 में अशरफ गनी सरकार द्वारा नियुक्त किया गया था. यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि कुछ महीने पहले यह कहा जा रहा था कि तालिबान ने अप्रैल में कादिर शाह को मिशन का प्रमुख नियुक्त किया है. जो 2020 से अफगान दूतावास में ट्रेड काउंसिलर के रूप में काम कर रहे थे.
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लेकिन बाद में अधिकारियों ने इसका खंडन कर दिया और मिशन में अन्य राजनयिकों ने इसे रोक दिया. इस पर सूत्र ने जवाब दिया कि इस बारे में कोई सवाल ही नहीं है. वह अध्याय खत्म हो चुका है. तालिबान के बयानों से हमारा कोई लेना-देना नहीं है. सरकार का रुख स्पष्ट है. अंब फरीद पद पर बने रहेंगे.