नई दिल्ली: दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों को धरना देते हुए 16 दिन हो चुके हैं. पहलवानों के धरना प्रदर्शन का आज 17वां दिन है, लेकिन 17वें दिन धरनास्थल की तस्वीर बदली हुई नजर आ रही है. दरअसल जिस प्रकार से कल कुछ किसान प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग को तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश की थी. उसके बाद आज सुबह का नजारा यहां पर बदला हुआ नजर आ रहा है. दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों की संख्या बढ़ाई गई है. बैरिकेट्स को वेल्डिंग मशीन से सील कर दिया गया है. जिससे वह अपनी जगह से हिलना सकें.
पहलवानों ने 23 अप्रैल से शुरू किया था धरना: जंतर मंतर पर पहलवानों का धरना प्रदर्शन 23 अप्रैल को शुरू हुआ था. पहलवानों का कहना है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, तब तक वो ऐसे ही धरने पर बैठे रहेंगे. इसके अलावा अब किसान भी पहलवानों के समर्थन में उतर आए हैं. वहीं किसानों का कहना है कि 11 मई को देशभर में कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह का पूतला फूंकेंगे. पहलवान लगातार बृजभूषण के खिलाफ कार्रवाई की बात कर रहे हैं. जंतर मंतर पर कल हुए हंगामे के बाद दिल्ली पुलिस भी पूरी तरह से सतर्क हो गई है. यह वजह है कि जंतर मंतर के आसपास के पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. साथ ही अतिरिक्त बैरिकेड पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं.
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बता दें कि पहलवानों ने बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए 21 मई तक की डेडलाइन दी थी. पहलवानों के इस आंदोलन को देखते हुए दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए हैं. इतना ही नहीं दिल्ली के जितने भी बॉर्डर है, वहां पर भी अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है. वहीं, पहलवानों के धरना स्थल पर नजारा पूरी तरह से बदल चुका है चारों तरफ अर्धसैनिक बलों के जवान नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं RAF की टीम को बैरिकेड्स के पास लगाया गया है और वाटर कैनन की वैन भी लगाई गई हैं.
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