अगरतला: भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (team of the Airports Authority of India) की एक टीम ने हवाई सेवा को फिर से शुरू करने की व्यवहार्यता का पता लगाने के लिए त्रिपुरा के उनाकोटी जिले के कैलाशहर हवाई अड्डे का दौरा किया. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. भारत-बांग्लादेश सीमा के पास स्थित हवाईअड्डे को यात्रियों की कमी के कारण 90 के दशक की शुरुआत से बंद कर दिया गया था.
संयुक्त महाप्रबंधक (संचालन) दुबदुलाल चौधरी के नेतृत्व में छह सदस्यीय एएआई टीम ने मंगलवार को पुराने हवाई अड्डे और हिराचेरा चाय बागान का निरीक्षण किया. इसे एक वैकल्पिक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के रूप में देखा जा रहा है. इस मौके पर उनाकोटी के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) उत्तम कुमार मौजूद थे.
बाद में उन्होंने डीएम, कैलाशहर के एसडीएम शांति रंजन और कैलाशहर नगर परिषद के उपाध्यक्ष नीतीश डे के साथ एक बैठक की. इसमें पुराने हवाई अड्डे को फिर से चालु करने के बजाय हिराचेरा टी एस्टेट में एक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा स्थापित करने पर चर्चा की.
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डीएम ने कहा कि एएआई की टीम ने पुराने हवाई अड्डे और प्रस्तावित हीराचेरा टी एस्टेट में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे बनाने को लेकर दौरा किया. उन्होंने कहा कि हिराचेरा टी एस्टेट में एक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा स्थापित करने पर विस्तृत चर्चा की क्योंकि पुराना हवाई अड्डा इतना छोटा है और भूमि की कमी के कारण इसका विस्तार करना संभाव नहीं है.
हलांकि, एएआई टीम हिराचेरा टी एस्टेट में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा बनाने को लेकर संतुष्ट नहीं है. क्योंकि यह जगह पहाड़ी है. इस वजह से यहां एक नया हवाई अड्डा स्थापित करना एएआई के दिशानिर्देशों के अनुरूप नहीं होगा.