कोटा. राजस्थान का चर्चित शहर कोटा में एक और कोचिंग छात्र की आत्महत्या का मामला सामने आया है. मृतक छात्र बीते 2 साल से कोटा में ही रहकर इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहा था. वह मूलत: बिहार के गया जिले का निवासी था. इसकी सूचना मिलने पर पुलिस मृतक छात्र के पीजी पर पहुंची. पुलिस ने उसके शव को पीजी से नया अस्पताल की मॉर्चरी में शिफ्ट करवा दिया. इसके साथ ही परिजनों को इसकी सूचना दे दी है. छात्र के रूम में किसी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. ऐसे में आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है.
महावीर नगर थाना अधिकारी परमजीत पटेल ने बताया कि मृतक छात्र की पहचान वाल्मीकि प्रसाद के रूप में हुई है. जिसकी उम्र 18 साल है और वह बिहार के गया जिले का निवासी था. बीते दो सालों से कोटा में रहकर इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था. महावीर नगर थाना क्षेत्र के महावीर नगर थर्ड स्थित मनोज गौतम के मकान में किराए के रूम में रहता था. वाल्मीकि प्रसाद के संबंध में मंगलवार रात 8:00 बजे के आसपास सूचना मिली कि उसने सुसाइड कर लिया है. उसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची. जहां पर छात्र अपने कमरे में मृत अवस्था में मिला था. छात्र के पिता को इसकी सूचना दे दी गई है. उनके आने के बाद ही पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी. साथ ही आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है. बता दें कि बीते 8 महीनों में 22वां कोचिंग छात्र ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर दी है. ये सभी 22 छात्र मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी करने कोटा आए थे.
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कैसे हुआ खुलासा : थानाधिकारी परमजीत पटेल का कहना है कि वाल्मीकि प्रसाद के पास के रूम में यूपी का एक छात्र रहता है. उसी ने ही इसकी सूचना मकान मालिक को दी थी. साथ ही बताया कि वह (वाल्मीकि) लंबे समय से गेट नहीं खोल रहा है. साथ ही जब उसने गेट खटखटाया तब भी छात्र ने दरवाजा नहीं खोला था. इस संबंध में उसने मकान मालिक को बताया. मकान मालिक ने ही पुलिस को इसकी सूचना दी थी.
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