तेजपुर: मणिपुर में हालात अभी भी तनावपूर्ण हैं. राज्य में आए दिन उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प की घटना सामने आती हैं. इस बीच हिंसाग्रस्त राज्य में विस्फोटकों की आपूर्ति की आशंका जताई गई. असम के कछार जिले में बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जब्त की गई है, जिसके मणिपुर में जाने की आशंका जताई गई. विशेष सूत्रों के आधार पर सुरक्षा बलों ने चेकिंग के दौरान जिलेटिन के 200 पल्स और 200 डेटोनेटर बरामद किए.
सूत्रों ने बताया कि विस्फोटक कछार के रास्ते मणिपुर ले जाया जा रहा था. गौरतलब है कि मणिपुर में जारी जातीय हिंसा के दौरान कई नागरिकों को विस्फोटक सामग्री और गोला-बारूद का इस्तेमाल करते देखा गया. प्रशासन के पास इस बात की जानकारी नहीं है कि उन्होंने ये हथियार और विस्फोटक कहां से जुटाए. इस बीच रात में कछार में जब्त किए गए विस्फोटकों को ले जा रहे दो लोगों ने सामान फेंक दिया और मौके से भागने में सफल रहे. जब्त जिलेटिन और डेटोनेटर का उपयोग बम जैसे विस्फोटक बनाने के लिए किया जाता है.
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लेकिन बड़ा सवाल यह है कि इन विस्फोटकों की आपूर्ति कौन करता है? क्या पूर्व में असम के रास्ते मणिपुर में विस्फोटक सामग्री की आपूर्ति की गई ? क्या इसके पीछे कोई तीसरी ताकत है? विभिन्न दलों को संदेह है कि मणिपुर झड़प के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ है. हालांकि, जांच के बाद ही पूरा रहस्य स्पष्ट हो सकेगा. मणिपुर में चुराचांदपुर और बिष्णुपुर जिलों की सीमा पर कांगभाई और कोकटक इलाकों में रविवार दोपहर से भारी गोलीबारी हुई. हालाँकि, मणिपुर पुलिस ने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी. इलाके में कुकी समुदाय द्वारा आयोजित सामूहिक दफन कार्यक्रम को लेकर गुरुवार को झड़पें हुईं. इस बीच इंफाल पश्चिम जिले में चेनजम चिरांग नाम के एक पुलिसकर्मी की भी मौत होने की खबर है.